दोस्तों के साथ नाले में नहाने गए नाबालिग की डूबने से मौत, चौथी कक्षा में पढ़ता था नौ साल का कुशल

सकेतड़ी में बरसाती नाले में नहाने गए एक नाबालिग की पानी में डूबने से मौत हो गई। जबकि उसके साथी को लोगों ने बचा लिया। मृतक कुशल चौथी कक्षा का छात्र था। आज शव का पोस्टमार्टम किया जाएगा।

By Ankesh ThakurEdited By: Publish:Tue, 03 Aug 2021 01:05 PM (IST) Updated:Tue, 03 Aug 2021 01:05 PM (IST)
दोस्तों के साथ नाले में नहाने गए नाबालिग की डूबने से मौत, चौथी कक्षा में पढ़ता था नौ साल का कुशल
सकेतड़ी के शिव मंदिर में दोस्तों के साथ दर्शन के लिए गया था कुशल।

जागरण संवाददाता, पंचकूला। पंचकूला के सकेतड़ी में बरसाती नाले में नहाने गए एक नाबालिग की पानी में डूबने से मौत हो गई। जबकि उसके साथी को लोगों ने बचा लिया। मृतक की पहचान नौ वर्षीय कुशल के तौर पर हुई है। लोगों ने तुरंत उसे मनीमाजरा अस्पताल लाया। अस्पताल में बच्चे को मृत घोषित कर दिया गया। बच्चे का शव सेक्टर-16 अस्पताल में रखवा दिया गया है। बच्चे का पोस्टमार्टम कर शव स्वजनों को सौंप दिया जाएगा।

जानकारी के मुताबिक कुशल दोस्तों के साथ सावन के तीसरे सोमवार को सकेतड़ी मंदिर में दर्शन करने के लिए गया था। मंदिर में दर्शन करने के बाद वह सकेतड़ी मंदिर के पास के पार्क में खेलने लगे। इसके बाद कुशल और उसके दोनों दोस्त बरसाती नाले में नहाने लगे। नाले में नहाने के दौरान कुशल का पैर फिसल गया और वह नाले में डूब गया। बारिश के कारण पानी अधिक होने के कारण कुशल तैर नहीं पाया है। इसलिए उसकी पानी में डूबने से मौत हो गई। 

कुशल को बचाने के लिए चिल्लाने लगे दोनों दोस्त

जैसे कुशल नाले में डुबने लगा तो उसके दोनों दोस्तों ने शोर मचाया। दोनों दोस्त जोर जोर से चिल्लाने लगे। बच्चों की चिल्लाने की आवाज सुन आसपास के लोग मौके पर पहुंचे। लोगों ने कुशल को पानी में से निकालकर ई-रिक्शा की मदद से मनीमाजरा सिविल अस्पताल पहुंचाया। जहां पर बच्चों को मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस ने बताया कि सेक्टर-16 जनरल अस्पताल चंडीगढ़ में बच्चे का शव रखवाया है। शव का आज पोस्टमार्टम करवाया जा रहा है। सूचना पर पंचकूला पुलिस भी मौके पर पहुंची। मनसा देवी थाना कांप्लेक्स थाना प्रभारी वाहिदा हामिद ने बताया कि मौत की सूचना पर मौके पर पहुंचे। बच्चे की मौत की जानकारी परिजनों को दी गई।

सब्जी बेचने का काम करता है कुशल का पिता

चौथी क्लास में पढ़ने वाले कुशल कुमार के पिता मोहन लाल सब्जी बेचने के साथ मजदूरी का काम करता है। वहीं कुशल की मां हिना फैक्टरी में काम करती है। घर में मातम का माहौल बना रहा। माता और पिता ने रोते हुए कहा कि अगर हमें पता होता तो हम बच्चे को दर्शन करने नहीं जाने देते।

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