दुबई में बनी थी गुरलाल की हत्या की प्लानिग

गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के करीबी और स्टूडेंट्स ऑफ पंजाब यूनिवर्सिटी (सोपू) के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गुरलाल बराड़ की चंडीगढ़ में हत्या करवाने की प्लानिग दुबई में बनी थी। गैंगस्टर देवेंदर बंबीहा ग्रुप के वांटेड बदमाशों के इशारे पर इंडस्ट्रियल एरिया में देर रात शूटर्स ने बराड़ को 10 गोलियां मारी थी।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 28 Jul 2021 10:09 PM (IST) Updated:Wed, 28 Jul 2021 10:09 PM (IST)
दुबई में बनी थी गुरलाल की हत्या की प्लानिग
दुबई में बनी थी गुरलाल की हत्या की प्लानिग

कुलदीप शुक्ला, चंडीगढ़

गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के करीबी और स्टूडेंट्स ऑफ पंजाब यूनिवर्सिटी (सोपू) के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गुरलाल बराड़ की चंडीगढ़ में हत्या करवाने की प्लानिग दुबई में बनी थी। गैंगस्टर देवेंदर बंबीहा ग्रुप के वांटेड बदमाशों के इशारे पर इंडस्ट्रियल एरिया में देर रात शूटर्स ने बराड़ को 10 गोलियां मारी थी। इस बात को रिमांड में चलने वाले हत्यारोपी गैंगस्टर चमकौर सिंह उर्फ बेअंत ने कबूला है। अब दोबारा से पुलिस उसे वीरवार कोर्ट में पेश करेगी।

सूत्रों के अनुसार बंबीहा ग्रुप के लवी दयोड़ा की हत्या के साथ लॉरेंस गैंग के गुर्गे पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में रंगदारी वसूली में अड़ंगा डाल रहे थे। कई बार वाट्सएप कॉलिग पर बातचीत के दौरान दोनों गैंग के गुर्गों की नोकझोंक भी हुई। इसके बावजूद दोनों गैंग के बीच विवाद बढ़ने के साथ दुश्मनी गहरी होने लगी।

पंजाब, हरियाणा और दिल्ली एनसीआर में सक्रिय बंबीहा ग्रुप के सदस्यों की बार-बार शिकायत मिलने पर दुबई में बैठे सरगना से लॉरेंस गैंग को सबस सिखाने के लिए गुरलाल हत्याकांड की प्लानिग बनाई। जिसकी जिम्मेदारी गैंगस्टर चमकौर सिंह को सौंपी गई। वाट्असप पर संपंर्क करने वाले चमकौर को चंडीगढ़ में बाइक, पिस्टल, गुरलाल की लोकेशन सहित वारदात के बाद भागने की सुविधा दुबई में बैठे मुखिया के इशारे में मिली थी। जिसके बाद चोरी की बाइक पर चमकौर, मनी और चस्का ने आकर गुरलाल को मौत के घाट उतार दिया था। गौरतलब हो कि अक्टूबर 2020 की रात इंडस्ट्रियल एरिया स्थित एक नाइट क्लब के बाहर सोपू के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गुरलाल बराड़ की हत्या की गई थी। बाइक सवार शूटर्स ने गुरलाल को 10 गोलियां मारी थी। सोशल मीडिया के माध्यम से हत्याकांड की जिम्मेदारी बंबीहा ग्रुप ने लिया था। चालान पेंडिग होने पर आरोपित तक पहुंची थी पुलिस

हत्या के बाद ही वारदात स्थल से बरामद आरोपितों की बाइक पीबी 12 क्यू 2660 नंबर का चालान रिकार्ड चेक करवाया गया था। डीएसपी गुरमुख सिंह ने ट्रैफिक लाइन से से रिकार्ड निकलवाया तो बाइक का चालान 10 दिसंबर 2016 को हुआ था। जिससे पुलिस असली मालिक कुलबीर सिंह तक पहुंच गई। कुलबीर ने पुलिस को बताया कि उसने बाइक मोहाली के गांव पुट्टा रुड़की निवासी गगनप्रीत को दे रखी है। बंबीहा गैंग के गुर्गा गगनप्रीत हत्याकांड में गिरफ्तार हुआ था। बंबीहा गैंग के सदस्य सौरव पटियाला ने गुर्गा गीता और गुरविंदर को शूटर को फर्जी नंबर की बाइक पहुंचाने का निर्देश दिया था। गगनप्रीत से बाइक लेकर गुरविदर ने बंबिहा गैंग के शूटर्स तक पहुंचा दी थी। उसने एक मैकेनिक से फर्जी नंबर प्लेट तैयार करवाकर लगवाई थी।

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