दो महिलाओं समेत 6 नशा तस्कर दबोचे, अफीम और कैश बरामद

स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल (एसएसओसी) मोहाली टीम के डीएसपी तेजिंदर पाल सिंह की सूचना पर इंस्पेक्टर गुरचरण सिंह व भूपिंदर सिंह ने टीम के साथ इंटरस्टेट गैंग को पकड़ा है।

By Edited By: Publish:Sat, 17 Nov 2018 08:47 PM (IST) Updated:Sun, 18 Nov 2018 11:41 AM (IST)
दो महिलाओं समेत 6 नशा तस्कर दबोचे,  अफीम और कैश बरामद
दो महिलाओं समेत 6 नशा तस्कर दबोचे, अफीम और कैश बरामद

जागरण संवाददाता, मोहाली: स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल (एसएसओसी) मोहाली टीम के डीएसपी तेजिंदर पाल सिंह की सूचना पर इंस्पेक्टर गुरचरण सिंह व भूपिंदर सिंह ने टीम के साथ इंटरस्टेट गैंग को पकड़ा है, जोकि झारखंड से सीधा अफीम की खेप पंजाब लेकर आते थे। 6 लोगों के इस गैंग में दो महिलाएं भी शामिल हैं। इनमें से तीन लोग झारखंड और तीन लोग पंजाब के रहने वाले हैं। आरोपितों की पहचान झारखंड के रहने वाले 35 साल के सुरेश उर्फ गंजू, झारखंड निवासी मीना देवी उम्र 44 साल, झारखंड निवासी 32 साल की पूनम देवी, संगरूर निवासी सुखदेव सिंह उर्फ गुरविंदर सिंह उर्फ सुक्खा उम्र 32 साल, पटियाला के थरुआ निवासी बलदेव सिंह उम्र 37 साल, पटियाला जिला के अरणो निवासी बलजिंदर सिंह उम्र 55 साल के रूप में हुई है। आरोपितों को शनिवार को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें तीन दिन के रिमांड पर लिया गया है। गिरफ्तारी भी शनिवार को हुई है। पुलिस ने आरोपितों से 10 लीटर लिक्विड अफीम, 4 लाख कैश और एक स्विफ्ट गाड़ी बरामद की है।

इंस्पेक्टर भूपिंदर सिंह ने बताया कि डीएसपी तेजिंदर सिंह को सूचना मिली थी कि झारखंड का एक गैंग बैरियर के पास अफीम की खेप लेकर पहुंच रहा है और दिल्ली से आने वाले लोग वहीं से वापस हो जाएंगे। इसी कारण एसएसओसी टीम ने बैरियर व आसपास एरिया में नाके लगा दिए। तभी शभू से घनौर की तरफ जाने वाले मार्ग पर एसएसओसी टीम ने एक कार को रोका, तो उसकी डिग्गी में कैनी रखी थी। जब इसको खोलकर देखा तो इसमें अफीम मिली। कैनियों को कर रखा था कवर बाकायदा कैनियों को पूरी तरह से कवर किया हुआ था कि किसी की नजर इस पर न पड़ जाए।आरोपितों ने पहले पुलिस को बोला कि गंगाजल लेकर आ रहे हैं। लेकिन जब पुलिस ने कैनियों को खोला, तो अफीम की स्मैल पड़ गई और पुलिस ने तुरंत गाड़ी में बैठे सभी लोगों को हिरासत में ले लिया।

झारखंड से दिल्ली तक ट्रेन और आगे शभू बैरियर तक बस में आए

तीनों लोग आरोपितों ने बताया कि वे झारखंड से दिल्ली तक ट्रेन में अफीम लेकर आए थे। झारखंड से आरोपित सुरेश कुमार ऊर्फ गंजू अपनी दोनों महिला साथियों मीना व पूनम को लेकर पहले दिल्ली और दिल्ली से ऑटो कर बस लेकर शभू बैरियर के पास पहुंचे। क्योंकि शभू बैरियर के पास उनका इंतजार गाड़ी में सुखेदव सिंह, बलदेव सिंह व बलजिंदर सिंह कर रहे थे।

ट्रेन लेट नहीं होती, तो काबू नहीं आते

जैसे ही उक्त झारखंड निवासी बस से उतरे तो उनको इन्होंने रिसीव कर लिया। क्योंकि आरोपियों की ट्रेन लेट थी और आगे लेट होते चले गए। इस कारण सुखदेव ने झारखंड से आए तीनों लोगों को शनिवार रात के लिए अपने पास रुकने के लिए कहा और गाड़ी में लेकर पटियाला की तरफ जाने लगे थे, लेकिन आगे घनौर रोड पर एसएसओसी टीम ने नाका लगाया तो यह पूरा गैंग पकड़ा गया।

मुख्य आरोपित सुखदेव का भाई पहले ही राची जेल में

इंस्पेक्टर गुरचरण सिंह ने बताया कि आरोपितों ने पूछताछ में बताया कि इस गैंग का मुख्य सरगना सुखदेव सिंह है, जोकि पिछले कई सालों से नशे की खेप लाने व आगे बेचने का काम कर रहा है। यही नहीं उसका बड़ा भाई भी नशे का काम करता था, जोकि राची जेल में एनडीपीएस केस में बंद है। जबकि इनका बाप भी नशे का काम करता था, जिसकी मौत हो चुकी है। यही नहीं, आरोपित सुखदेव सिंह उर्फ गुरविंदर सिंह उर्फ सुखा के खिलाफ पंजाब के कई जिलों में करीब 10 पहले ही एनडीपीएस केस दर्ज हैं। यह फोन पर ही झारखंड से माल मंगवाते थे। वाट्सएप कॉल का अधिकतर प्रयोग करते थे, ताकि पकडे़ न जा सकें। वहीं, सुखदेव के साथी बलजिंदर व बलेदव सिंह उर्फ गंजू टैक्सी ड्राइविंग का काम करते हुए माल सप्लाई करते थे।

80 हजार प्रतिकिलो खरीदकर 1 लाख 20 हजार में आगे बेचते थे

डीएसपी तेजिंदर पाल सिंह ने बताया कि गैंग पिछले कई सालों से यह काम कर रहा था। आरोपित पंजाब व आसपास के राज्यों में अफीम फार्म को मिक्स कर ज्यादा मात्रा में तैयार करते और उसको आगे 1 लाख 20 हजार रुपये में बेचते थे। जबकि खुद झारखंड के गैंग से प्योर अफीम 80 हजार प्रतिकिलो के हिसाब से खरीदते थे।

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