15 जुलाई तक हॉस्टल से जा सकते है 50 फीसद स्टूडेंट्स, रिसर्च स्कॉलर जमा करवा चुके है थिसिस

कई वार्डन का कहना है कि 50 फीसद स्टूडेंट्स ने घर जाने के लिए हामी भरी है। हालांकि अभी हॉस्टल वार्डन द्वारा स्टूडेंट्स से वन टू वन इंटरेक्शन जारी है।

By Vikas_KumarEdited By: Publish:Thu, 09 Jul 2020 03:18 PM (IST) Updated:Thu, 09 Jul 2020 03:18 PM (IST)
15 जुलाई तक हॉस्टल से जा सकते है 50 फीसद स्टूडेंट्स, रिसर्च स्कॉलर जमा करवा चुके है थिसिस
15 जुलाई तक हॉस्टल से जा सकते है 50 फीसद स्टूडेंट्स, रिसर्च स्कॉलर जमा करवा चुके है थिसिस

चंडीगढ़, वैभव शर्मा। पंजाब यूनिवर्सिटी में हॉस्टल में रह रहे स्टूडेंट्स में से 50 फीसद स्टूडेंट्स 15 जुलाई तक अपने घर जा सकते हैं। हॉस्टल्स के रह रहे स्टूडेंट्स से बातचीत का दौर चल रहा है। कई वार्डन का कहना है कि 50 फीसद स्टूडेंट्स ने घर जाने के लिए हामी भरी है। हालांकि अभी हॉस्टल वार्डन द्वारा स्टूडेंट्स से वन टू वन इंटरेक्शन जारी है।

रोजाना हॉस्टल वार्डन करीब 10 स्टूडेंट्स से बात कर रहे है। इन स्टूडेेंट्स से की गई बातचीत की रिपोर्ट कंपाइल करके गठित कमेटी को सौंपी जाएगी। ब्वॉयज होस्टल नंबर तीन वार्डन संजीव गौतम से बताया कि स्टूडेंट्स से वन टू वन बातचीत में काफी कुछ साफ हो रहा है। स्टूडेंट्स बिना किसी डर और दवाब से अपनी बातों को खुल कर हमारे सामने रख रहे हैं, अपनी समस्याओं को भी शेयर कर रहा है।

कई पेरेंट्स ने किया वार्डन से संपर्क

पीयू में बीस हॉस्टल है और इनमें ब्वॉयज हॉस्टल नंबर-2, 3 और 6 में सबसे ज्यादा स्टूडेंट्स रुके है। वहीं, हॉस्टल से स्टूडेंट्स को वापस भेजे जाने की बात के बाद कई पेरेंट्स ने हॉस्टल वार्डन से संपर्क किया है। पेरेंट्स का कहना है कि जब भी स्टूडेंट्स को वापस भेजने का फाइनल निर्णय होगा, उससे पहले उन्हें बता दिया जाए वह खुद अपने बच्चों को लेने के लिए आ जाएंगे।

रिसर्च स्कॉलर का डाटा लगभग तैयार

अपनी रिसर्च थिसिस जमा करवाने की बात को लेकर जो रिसर्च स्कॉलर यहां रुके है, उनका भी डाटा लगभग तैयार हो चुका है। इन रिसर्च स्कॉलर के गाइड से संपर्क कर उनकी थिसिस की पूरी जानकारी वार्डन ने ले ली है। इस बीच यह बात सामने आई है कि ज्यादातर रिसर्च स्कॉलर अपनी थिसिस को जून माह में ही जमा करवा चुके है। थिसिस जमा करवा चुके रिसर्च स्कालर्स के नामों की लिस्ट बना ली गई है।

टीम को भेजी गई रिपोर्ट

वार्डन द्वारा हॉस्टल्स में रह रहे स्टूडेंट्स का डाटा बना कर गठित कमेटी को भेज दिया गया है। उसके साथ ही अब ये कमेटी स्टूडेंट्स के डाटा में से जो स्टूडेंट्स नजदीक के है, उनको शॉर्टलिस्ट करके आगे का निर्णय लेगी।

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