प्राइवेट अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिए 50 फीसद बेड आरक्षित

कोरोना की दूसरी लहर से निपटने के लिए प्रशासन कड़े कदम उठा रहा है। मरीजों को अत्याधुनिक सुविधाएं मुहैया करवाने के लिए सात नामी प्राइवेट अस्पतालों में 50 फीसद बेड आरक्षित कर दिए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 18 Apr 2021 08:15 AM (IST) Updated:Sun, 18 Apr 2021 08:15 AM (IST)
प्राइवेट अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिए 50 फीसद बेड आरक्षित
प्राइवेट अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिए 50 फीसद बेड आरक्षित

जागरण संवाददाता, मोहाली : कोरोना की दूसरी लहर से निपटने के लिए प्रशासन कड़े कदम उठा रहा है। मरीजों को अत्याधुनिक सुविधाएं मुहैया करवाने के लिए सात नामी प्राइवेट अस्पतालों में 50 फीसद बेड आरक्षित कर दिए हैं। डीसी गिरीश दयालन ने कहा कि कोविड मरीजों के लिए बिस्तरों की कोई कमी नहीं है। लोगों को किसी भी तरह से घबराने की जरूरत नहीं है। जिन सात अस्पतालों में पचास फीसद बिस्तर आरक्षित किए गए हैं। उनमें कोविड मरीजों के लिए अति आधुनिक सुविधाओं वाली एंबुलेंस व अन्य इंतजाम भी हैं। डीसी ने आदेश में कहा है कि जो भी कोविड मरीज सिविल सर्जन की ओर से प्राइवेट अस्पतालों में रैफर किए जाएंगे, उनके इलाज के लिए वे इनकार नहीं करेंगे। इसके अलावा उक्त अस्पतालों में सारा स्टाफ मौजूद रहना चाहिए। वहीं, जो अस्पताल नियमों का पालन नहीं करेंगे। उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। मोहाली में कोरोना के करीब पांच हजार सक्रिय मरीज हैं। अब तक 487 लोगों की मौत हो चुकी है। इससे पहले प्रशासन ने सारे प्राइवेट अस्पतालों को आदेश दिया था कि वह अपने यहां पर इलेक्टिव सर्जरी को टाल दें। साथ ही कोविड मरीजों के इलाज पर फोकस करें। इतना ही अस्पतालों को यह भी आदेश दिए गए थे कि कोविड के मरीजों से अधिक पैसे न वसूले जाएं। सेहत विभाग के अधिकारियों को इस बात पर नजर रखने के लिए कहा था। ढकौली के बाद खरड़, कुराली, डेराबस्सी में भी प्रशासन ने खास निगाह रखी जा रही है कि केसों में इजाफा न हो। हालांकि कोविड के ज्यादा केस अर्बन एरिया से आ रहे हैं।

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