चंडीगढ़ में तेजी से बढ़ रहा कोरोना संक्रमण, शहर में बनाए जाएंगे 18 नए कंटेनमेंट जोन, यह एरिया ज्यादा प्रभावित

चंडीगढ़ में कोरोना संक्रमण की गति अब और तेज हो गई है। शहर में कोई जगह ऐसी नहीं है अब जहां से संक्रमित मामले सामने नहीं आ रहे हैं। कोरोना केस बढ़ने पर अब इसे आगे फैलने से रोकने के लिए शहर में 18 नए कंटेनमेंट जोन बनाए जाएंगे।

By Ankesh KumarEdited By: Publish:Sun, 11 Apr 2021 01:21 PM (IST) Updated:Sun, 11 Apr 2021 01:21 PM (IST)
चंडीगढ़ में तेजी से बढ़ रहा कोरोना संक्रमण, शहर में बनाए जाएंगे 18 नए कंटेनमेंट जोन, यह एरिया ज्यादा प्रभावित
शहर में बनाए जाएंगे 18 नए कंटेनमेंट जोन, यह एरिया ज्यादा प्रभावित

चंडीगढ़, जेएनएन। चंडीगढ़ में कोरोना संक्रमण की गति अब और तेज हो गई है। शहर में कोई जगह ऐसी नहीं है अब जहां से संक्रमित मामले सामने नहीं आ रहे हैं। कोरोना केस बढ़ने पर अब इसे आगे फैलने से रोकने के लिए शहर में 18 नए कंटेनमेंट जोन बनाए जाएंगे।

डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी ने ऐसे एरिया की पहचान कर उन्हें चिन्हित कर लिया है। अभी तक शहर में 75 से अधिक माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाए जा चुके हैं। ऐसा इसलिए हो रहा है ताकि वायरस को एक ही एरिया में रोका जा सके। इस समय सबसे प्रभावित एरिया मनीमाजरा है। यहां सबसे अधिक केस आ रहे हैं।

मनीमाजरा में चंडीगढ़ की कुल आबादी का बड़ा हिस्सा बसता है। भीड़ भाड़ होने की वजह से कोरोना मामले यहीं सबसे अधिक आ रहे हैं। एक एक दिन में 20 से अधिक केस आ रहे हैं। जिससे हालात बिगड़ते जा रहे हैं। इसको देखते हुए अब प्रशासन ने पिपली वाला टाउन, माड़ी वाला टाउन और दर्शनी बाग एरिया में पाबंदियां बढ़ाने के आदेश दिए हैं। साथ ही नए कंटेनमेंट जोन के लिए जगहों की पहचान की गई है।

मनीमाजरा में संक्रमण की रफ्तार रोकने के लिए टीमों का गठन किया गया है। जिस एरिया में कंटनमेंट जोन बनाए जा रहे हैं। यह टीमें तुरंत उस एरिया में पॉजिटिव केस के संपर्क में आए 15 लोगों की सूची तैयार कर उन्हें ट्रेस कर टेस्ट करा रही है। जो भी संक्रमित मिलता है उन्हें आइसोलेट कराया जाता है। साथ ही एक टीम संक्रमित के घर या आस-पास एरिया में सेनिटाइजेशन ड्राइव चलाती है। वहीं डॉक्टरों की टीम जोन में एक-एक व्यक्ति की स्क्रीनिंग कर रही है। केंद्र सरकार ने यूटी प्रशासन को आदेश दिए हैं कि संक्रमण रोकने के लिए कंटेनमेंट जोन बनाने में देरी न की जाए। ज्यादा से ज्यादा कंटेनमेंट जोन बनाए जाएं। यह जानकारी केंद्र सरकार से भी साझा करनी होगी।

chat bot
आपका साथी