चंडीगढ़ में नए वित्तीय सत्र के लिए 1526 करोड़ का बजट तैयार, कोई नया प्रोजेक्ट नहीं

नगर निगम ने साल 2021-22 के लिए नए वित्तीय सत्र के लिए 1526 करोड़ रुपये का ड्राफ्ट बजट तय किया है। इसे अधिकारियों ने बनाया है जिसे पहले वित्त एवं अनुबंध कमेटी और उसके बाद सदन में चर्चा के बाद पास किया जाएगा।

By Edited By: Publish:Wed, 20 Jan 2021 06:25 AM (IST) Updated:Wed, 20 Jan 2021 09:47 AM (IST)
चंडीगढ़ में नए वित्तीय सत्र के लिए 1526 करोड़ का बजट तैयार, कोई नया प्रोजेक्ट नहीं
बजट पास करने के बाद इसे मंजूरी के लिए प्रशासन को भेजा जाएगा।

चंडीगढ़, जेएनएन। नगर निगम ने साल 2021-22 के लिए नए वित्तीय सत्र के लिए 1526 करोड़ रुपये का ड्राफ्ट बजट तय किया है। इसे अधिकारियों ने बनाया है, जिसे पहले वित्त एवं अनुबंध कमेटी और उसके बाद सदन में चर्चा के बाद पास किया जाएगा। पास करने के बाद इसे मंजूरी के लिए प्रशासन को भेजा जाएगा। इस बजट में नगर निगम ने 1176 करोड़ रुपये की राशि की ग्रांट इन एड प्रशासन से मिलने की उम्मीद जताई है। जबकि हकीकत में इतनी ग्रांट इन एड एमसी को मिलने की उम्मीद नहीं है।

हाल ही में जब मेयर बनने के बाद जब रविकांत शर्मा ने कमिश्नर केके यादव के साथ सलाहकार मनोज परिदा के साथ बैठक की थी तो बता दिया गया था कि नए सत्र के लिए 500 करोड़ रुपये की ग्रांट इन एड दी जाएगी। जो कि चालू सत्र के मुकाबले में 75 करोड़ की राशि ज्यादा है। नगर निगम जो 1176 करोड़ रुपये की ग्रांट इन एड की मांग करने जा रहा है वह असल में दिल्ली फाइनेंस कमिशन की चौथी सिफारिश के आधार पर है। बजट की बाकी राशि नगर निगम को खुद की आय से होने की उम्मीद है।

ड्राफ्ट बजट के अनुसार 1176 में से 386 करोड़ रुपये के विकास के कामों पर राशि खर्च की जाएगी। जबकि 789 करोड़ रुपये की राशि नगर निगम के कर्मचारियों के वेतन और आवश्यक खर्चे के लिए रखे गए हैं। ऐसे में इस बार भी नगर निगम घाटे का बजट पास करेगा। जो ड्राफ्ट बजट तैयार भी किया गया है उसमें भी शहर के लिए कोई नया प्रोजेक्ट शुरू करने का दावा नहीं किया गया है। इस समय नगर निगम का खंजाना पूरी तरह से खाली है। पिछले साल किया था 1470 करोड़ का बजट पास जबकि पिछले साल नगर निगम ने साल 2020-21 के लिए 1470 करोड़ 59 लाख के बजट को पास किया था। जिसमे कैपिटल हेड में 443 करोड़ 71 लाख और रेवन्यू हेड में 1026 करोड़ 88 लाख की राशि शामिल था।

एमसी को प्रशासन से ग्रांट इन एड 425 करोड़ मिली थी। पिछले साल 643 करोड़ 52 लाख रुपये के घाटे का बजट पास किया गया था। जबकि पिछले साल पानी के रेट्स भी तीन से चार गुना बढ़ाए गए हैं।

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