बुलेट ते रक्खेया पटाके पाउण नूं..
बुलेट मोटरसाइकिल का क्रेज युवाओं में काफी देखने को मिलता है।
गुरप्रेम लहरी, बठिडा
बुलेट मोटरसाइकिल का क्रेज युवाओं में काफी देखने को मिलता है। अकसर वे बुलेट पर घूमते नजर आ जाते हैं, लेकिन उनका एक शौक खतरनाक है। वह है बुलेट पर पटाखे मारने का। इससे अकसर राह जाते लोग डर जाते हैं और कई बार हादसे भी हो जाते हैं। पुलिस भी उन पर लगाम कसने में फेल साबित हो रही है। वहीं कुछ गायकों ने भी बुलेट पर गीत गाकर युवाओं को इस तरफ और प्रेरित करने का काम किया है। जैसे गायिका सुनंदा शर्मा का गीत, 'बुलेट तां रक्खेया पटाके पौण नूं'। ऐसे गीतों के कारण युवा उत्तेजित हो जाते हैं और वे बुलेट पर पटाखे मारने अपनी शान समझने लगते हैं। ऐसे में इन पर कार्रवाई जरूरी है। बुलेट पर गाए गए कुछ पंजाबी गीत
- इक यारो बुलेट वी होएया लक्ख दा, दूजा यारों मेहंगा पेट्रोल हो गया
- आप ना नहाउंदे, बुलेट चमकाउंदे यार अनमुल्ले
- लुधियाना-मोगा रोड ते जट्ट दा बुलेट मारे बड़कां
- बैठजीं बुलेट उत्ते छाल मारके नी दिलों वहम कड्ड के
- केहड़ी गल्लों छड्डता बुलेट चकना
- काहदी एक्टिवा मैं सिखण लग गई, नी बुलेट कराते बुक सारे पिड ने
- लै लिया बुलेट लंडी जीप बेच के
- तेरी हौंडा सिटी तो दिदा वध है नजारे, आउंदा बुलेट लक्ख तो पार नी
- बुलेट कोले रक्ख लेया सी, आपां छम्मक-छल्लो ही यारो छड्डती
- बापू बुलेट तूं लै दे मैंनू
- बुलेट चला लैन दे, अज्ज खप्प पा लैण दे
- बुलेट तां बनेया है सरदारां लई
- हत्थ छड्ड के चलाऊंदा बुलेट तेरा यार
- मेरे सिर ते कर्ज भारी ए, पुत्त रेहंदा बुलेट दी मंग करदा