ढींडसा ग्रुप को झटका, दर्जनों नेता ने शिअद में की वापसी
सुखदेव सिंह ढींडसा उस समय गहरा झटका लगा जब उनके समर्थक बड़ी संख्या में अकाली दल में शामिल हो गए।
जासं, बठिडा : सुखदेव सिंह ढींडसा व परमिदर सिंह ढींडसा को उस समय गहरा झटका लगा जब उनके समर्थक बड़ी संख्या में अकाली दल में शामिल हो गए। उन्होंने शिअद के प्रधान सुखबीर सिंह बादल की अगुआई में काम करने का प्रण लिया। ढींडसा ग्रुप का साथ छोड़ने वाले अकाली नेता व वर्करों ने कहा कि अकाली दल को छोड़ना उनकी बड़ी भूल थी। यूथ अकाली दल के पूर्व प्रधान खुशपाल सिंह व पूर्व मंत्री परमिदर सिंह ढींडसा के ओएसडी रहे बिक्रम सिंह ने कहा कि उन्होंने ढींडसा परिवार के साथ देा दशक तक काम किया लेकिन उन्होंने उनकी कद्र नहीं पाई। उन्होंने कहा कि ढींडसा परिवार पंथ विरोधी ताकतों के हाथों में खेल रहा है।
ढींडसा को छोड़ कर आने वाले नेताओं ने कहा कि शिअद हमेशा ही किसानों, मजदूरों व मुलाजिमों के साथ खड़ा है। उन्होंने कहा कि वे शिअद के सरप्रस्त प्रकाश सिंह बादल व शिअद प्रधान सुखबीर सिंह बादल को लंबे समय से मिलना चाहते थे लेकिन लॉकडाउन की वजह से मिल नहीं पाये थे। ढींडसा ग्रुप को छोड़ कर आने वालों में से कुछेक पूर्व चेयरमैन,17 पूर्व सरपंच,4 पूर्व पार्षद,4 पूर्व पंच,ब्लॉक समिति मेंबर व 20 मौजूदा व पूर्व पंचायत मेंबर हैं। वे सभी अकाली दल में घर वापसी करने के लिए गांव बादल में पहुंचे हुए थे। शिअद के प्रधान सुखबीर सिंह बादल ने अकाली दल में दोबारा वापसी करने वाले नेताओं व वर्करों का स्वागत किया।