कौन बनेगा नगर निगम बठिंडा का तीसरा मेयर, शहर में चर्चा शुरू

बठिडा नगर निगम के तीसरे मेयर को लेकर शहर भर में चर्चाओं का दौर जारी है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 19 Feb 2021 09:51 PM (IST) Updated:Fri, 19 Feb 2021 09:51 PM (IST)
कौन बनेगा नगर निगम बठिंडा का तीसरा मेयर, शहर में चर्चा शुरू
कौन बनेगा नगर निगम बठिंडा का तीसरा मेयर, शहर में चर्चा शुरू

गुरप्रेम लहरी बठिडा

बठिडा नगर निगम के तीसरे मेयर को लेकर शहर भर में चर्चाओं का दौर जारी है। कई पार्षद ऐसे हैं जो शुरू से ही कांग्रेस लीडरशिप के पास अपनी दावेदारी जताते आए हैं। अब उन दावेदारों में कई पार्षद जीत गए हैं और मेयर की दौड़ में लग गए हैं। मेयर की दौड़ में सबसे आगे लगातार छठी बार चुनाव जीतने वाले जगरूप सिंह गिल हैं, जबकि मास्टर हरमंदर सिंह व अशोक कुमार भी दौड़ में शामिल हैं। हालांकि अब तक मेयर पद का नोटिफिकेशन नहीं हुआ है, लेकिन यह भी माना जा रहा है कि बठिडा मेयर का पद महिला के लिए आरक्षित हो सकता है। मेयर की दौड़ में जगरूप गिल सबसे आगे

जगरूप सिंह गिल

शैक्षणिक योग्यता-बीए, एलएलबी

सियासी तजुर्बा- लगातार छठी बार पार्षद बने

बठिडा नगर निगम के तीसरे मेयर बनने की दौड़ में सबसे आगे जगरूप सिंह गिल हैं। उन्होंने 1979 में पहला चुनाव लड़ा था और अब तक लगातार छह चुनाव लड़ चुके हैं और एक बार भी पराजित नहीं हुए। वहीं नगर सुधार ट्रस्ट के चेयरमैन भी रह चुके हैं। इसके अलावा 1992-97 की टर्म में वे आजाद चुनाव जीत कर नगर कौंसिल के प्रधान भी रह चुके हैं। कुछ देर पहले ही उनको कांग्रेस पार्टी द्वारा जिला योजना बोर्ड के चेयरमैन भी बनाया गया था, लेकिन अब वह चेयरमैन पद से इस्तीफा देकर निकाय चुनाव लड़े थे। तीसरी बार पार्षद बने हैं मास्टर हरमंदर सिंह

शैक्षणिक योग्यता- एमएसई-बाटनी,एमए पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन,बीएड

सियासी तजुर्बा- तीन बार लगातार पार्षद मास्टर हरमंदर सिंह सिंह भी मेयर बनने की दौड़ में हैं। वह पहले शिअद में थे और शिअद की दो बार आई सरकार में दोनों बार ही पार्षद बने। दोनों बार ही एफएंडसीसी कमेटी के सदस्य रहे हैं। अब लगातार तीसरी बार वे चुनाव जीत कर पार्षद बने हैं। पहले वह बठिडा में जिला सांइस सुपरवाइजर थे और शिक्षा विभाग से प्रीमच्योर रिटायरमेंट लेकर समाज सेवा में आए थे। 25 साल उन्होंने शिक्षा विभाग में नौकरी की है और इसके बाद वे सियास्त में उतर आए थे। सबसे ज्यादा वोटों से जीते हैं शाम लाल जैन

शैक्षणिक योग्यता- दसवीं

सियासी तजुर्बा- लगातार तीन बार बने पार्षद बठिडा के कारोबारी शाम लाल जैन लगातार तीसरी बार चुनाव जीते हैं। इस बार के चुनाव में उन्होंने रिकार्ड तोड़ जीत प्राप्त की है और बठिडा के 50 वार्डों में से सबसे ज्यादा मार्जन से वह चुनाव जीते हैं। पहले वह भाजपा में रहे हैं लेकिन कांग्रेस सरकार आने के बाद उन्होंने कांग्रेस का दामन थाम लिया था। 43 साल से कांग्रसे से जुड़े हुए हैं अशोक प्रधान

अशोक प्रधान

शैक्षणिक योग्यता- 10वीं

सियासी तजुर्बा- दो बार निकाय चुनाव लड़े,एक बार जीते कांग्रेस की प्रदेश कमेटी के महासचिव अशोक कुमार उर्फ अशोक प्रधान जिला बठिडा कांग्रेस कमेटी के प्रधान रह चुके हैं। इससे पहले वह जिले के महासचिव भी रह चुके हैं। दस साल यूथ कांग्रेस के जिला प्रधान रहे हैं। उनका दावा है कि वह कांग्रेस से पिछले 43 साल से जुड़े हुए हैं और उनके मुकाबले में कोई टकसाली कांग्रेसी नहीं है। 28 साल से कांग्रसे से जुडा है रमन का परिवार

रमन गोयल

शैक्षणिक योग्यता- बीए बीएड

सियासी तजुर्बा- 28 साल से कांग्रेस में

बठिडा के कारोबारी संदीप गोयल की पत्नी रमन गोयल बठिडा से पहली बार चुनाव लड़ी है। हालांकि उनके पति संदीप गोयल पिछले 28 साल से कांग्रेस के साथ जुड़े हुए हैं। उनकी पृष्टभूमि भी सियास्त से है। उनके चाचा भी भुच्चो मंडी में पार्षद रह चुके हैं। मेयर पद पर उनकी भी दावेदारी प्रबल है। तीन बार पार्षद रहे राजिंदर की पत्नी भी दौड़ में

शैक्षणिक योग्यता- 10वीं

सियासी तजुर्बा- पति का सियास्त में लंबा तजुर्बा

पार्षद बलजीत कौर सिद्धू कांग्रेस नेता राजिदर सिद्धू की पत्नी हैं। राजिदर सिद्धू तीन बार पार्षद रह चुके हैं। हालांकि वह पहले शिअद में थे, लेकिन कांग्रेस सरकार आने के बाद उन्होंने कांग्रेस का दामन थाम लिया था। वह लंबा समय गुरुद्वारा सिंह सभा के प्रधान रह चुके हैं। इस बार उनका वार्ड महिला के लिए आरक्षित होने के बाद उन्होंने अपनी पत्नी को चुनाव मैदान में उतारा था।

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