फिर गांवों की सीमाएं सील करने लगे युवा, एंट्री से पहले सैनिटाइजर और मास्क जरूरी

अपने गांवों को बचाने के लिए अब नौजवान फिर आगे आने लगे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 12 May 2021 09:12 PM (IST) Updated:Wed, 12 May 2021 09:12 PM (IST)
फिर गांवों की सीमाएं सील करने लगे युवा, एंट्री से पहले सैनिटाइजर और मास्क जरूरी
फिर गांवों की सीमाएं सील करने लगे युवा, एंट्री से पहले सैनिटाइजर और मास्क जरूरी

गुरप्रेम लहरी बठिडा

अपने गांवों को बचाने के लिए अब नौजवान फिर आगे आने लगे हैं। पिछले साल की तरह इस बार भी गांवों की सीमाएं सील करने लगे हैं। बठिडा जिले के दो गांवों मैनुआणा व भोखड़ा को युवाओं ने सील कर दिया है। हालांकि गांव मैनुआणा में अब तक एक भी कोरोना का केस नहीं मिला है, जबकि गांव भोखड़ा में कुछ दिन के अंतराल में एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो चुकी है। दोनों गांवों में एंट्री से पहले सभी को सैनिटाइज किया जा रहा है और मास्क के बिना एंट्री नहीं दी जा रही। गांव मैनुआणा: इस गांव अब तक कोरोना की नो एंट्री

गांव मैनुआणा में पिछले साल से लेकर अब तक कोरोना का एक भी केस नहीं आया है। पिछले साल भी गांव के लोगों द्वारा गांव को सील करके इसको बचाए रखा गया था और अब भी ऐसे ही प्रयास शुरू कर दिए गए हैं। गांव के सरपंच मंदर सिंह ने बताया कि गांव के युवाओं को साथ लेकर गांव के एंट्री प्वाइंट्स पर नाकाबंदी कर दी गई है। क्लब प्रधान सुखपाल सिंह ने बताया कि गांव में दाखिल होने वाले प्रत्येक व्यक्ति को सैनिटाइज किया जा रहा है। बिना मास्क किसी को भी गांव में घुसने नहीं दिया जाता। गांव भोखड़ा: परिवार के तीन सदस्यों की मौत से है दहशत

गांव भोखड़ा में एक ही परिवार के तीन लोगों की कुछ ही दिनों के अंतर में मौत के बाद गांव में दहशत का माहौल है। गांव के लोगों ने गांव को सील कर दिया। गांव के सरपंच फलेल सिंह व परमजीत सिंह ने बताया कि गांव में कोरोना घुसपैठ कर गया है, लेकिन बाकी के लोगों को बचाने के लिए पूरा गांव एकसाथ है। गांव को निजी तौर सील करने में सहयोग दे रहा है। बुधवार को सेहत विभाग की टीम ने भी गांव का दौरा किया। सिविल सर्जन ने बताया कि गांव का दौरा करने पर कोई ऐसी खतरे वाली बात नहंी मिली। गांव के लोगों ने अपने स्तर पर ही गांव को सील किया है। हमने इसकी सिफारिश नहीं की।

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