पीआरटीसी क्लर्क पाचं हजार रुपये रिश्वते लेता काबू

विजिलेंस ब्यूरो बठिडा ने बुढलाडा पीआरटीसी डिपो के एक क्लर्क को पांच हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए काबू किया है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 18 Nov 2021 02:23 AM (IST) Updated:Thu, 18 Nov 2021 02:23 AM (IST)
पीआरटीसी क्लर्क पाचं हजार रुपये रिश्वते लेता काबू
पीआरटीसी क्लर्क पाचं हजार रुपये रिश्वते लेता काबू

जागरण संवाददाता, बठिडा: विजिलेंस ब्यूरो बठिडा ने बुढलाडा पीआरटीसी डिपो के एक क्लर्क को पांच हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए काबू किया है। विजिलेंस को ठेकेदारी सिस्टम के अधीन काम कर रहे ड्राइवर ने शिकायत की थी।

विजिलेंस के एसएसपी जसपाल ने बताया कि ड्राइवर रमनदीप सिंह ने शिकायत दर्ज करवाई थी कि एक जून 2015 को वह पीआरटीसी में ठेकेदारी सिस्टम के तहत बतौर ड्राइवर भर्ती हुआ था। इसके बाद उसने कई रूटों पर नौकरी की। साल 2019 में उसके नाम पर बस नंबर पीबी-31-पी-4714 अलाट हुई थी। इसके बाद अब करीब एक महीना पहले क्लर्क अभिषेक जैन ने उसको यह बोलकर परेशान करना शुरू कर दिया कि अगर उसने अपने कंडक्टर के साथ इसी बस व रूट पर नौकरी करनी है तो वह उसको तीन हजार रुपये व दो हजार रुपये प्रति महीना देते रहें। उन्होंने यह रकम देने से साफ मना कर दिया। इस पर क्लर्क ने कहा कि अगर ऐसा नहीं करते तो वह ड्यूटी इंस्पेक्टर को बोलकर उनकी बस लेट या एडवांस चलाने के अलावा तेल चोरी करने की रिपोर्ट करवा सकता है।

एसएसपी विजिलेंस ने बताया कि जब ड्राइवर ने क्लर्क को कहा कि वह कभी भी उनकी बस को चेक कर सकते हैं तो क्लर्क ने कहा कि रिपोर्ट तो उसने दफ्तर में ही बैठकर बनानी है। शिकायत के बाद ड्राइवर व कंडक्टर दोनों आठ नवंबर से छुट्टी पर थे। इस दौरान शिकायतकर्ता किसी निजी काम के लिए 15 नवंबर को बुढलाडा पीआरटीसी दफ्तर में गया तो अभिषेक जैन ने उसको कहा कि अगर उनको वापस इसी रूट पर आना है तो पांच हजार रुपये देने पड़ेंगे। इसी बीच विजिलेंस को शिकायत कर दी गई। सरकारी गवाह मानसा के सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल लड़कियां के लेक्चरर गुरमीत सिंह व इंद्रजीत सिंह की हाजिरी में डीएसपी विजिलेंस कुलवंत सिंह की अगुआई वाली टीम ने क्लर्क अभिषेक जैन को दफ्तर से शिकायतकर्ता के पास से पांच हजार रुपये रिश्वत हासिल करते हुए काबू कर लिया। आरोपित के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।

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