प्रशासन की लापरवाही, दो घरों के चिराग बुझने से बचे
श्री गणेश चतुर्थी महोत्सव पर बैंड बाजों व ढोल की थाप पर श्रद्धा भावना व उत्साह के साथ गणपति बप्पा को विदा कर उनकी मूर्तियों का जल विसर्जन किया गया। अलग-अलग इलाकों से आए श्रद्धालुओं द्वारा शहर भर से करीब 100 से ज्यादा गणेश जी की मूर्तियों को सरहिद नहर में विसर्जित किया गया।
संस, बठिडा : श्री गणेश चतुर्थी महोत्सव पर बैंड बाजों व ढोल की थाप पर श्रद्धा भावना व उत्साह के साथ गणपति बप्पा को विदा कर उनकी मूर्तियों का जल विसर्जन किया गया। अलग-अलग इलाकों से आए श्रद्धालुओं द्वारा शहर भर से करीब 100 से ज्यादा गणेश जी की मूर्तियों को सरहिद नहर में विसर्जित किया गया। वहीं दूसरी तरफ जिला प्रशासन की तरफ से कोई भी खास प्रबंध नहीं किए जाने के कारण रविवार को भी एक बड़ा हादसा होने से टल गया।
रविवार दोपहर बाद गणेश की मूर्ति विसर्जित करते हुए दो युवकों का पैर फिसलने के कारण नहर में गिर गए। हालांकि, मौके पर मौजूद लोगों की मदद से दोनों युवकों को बचाया लिया गया और उन्हें समय रहते नहर से बाहर निकाल लिया गया, लेकिन प्रशासन की लापरवाही से खुशियों के इस उत्सव में किसी के घर के चिराग बुझ सकते थे। गौर होकि साल 2015 में गणेश विसर्जन करते हुए दो लोग नहर में डूबकर मरे गए थे, जबकि साल 2016 में एक युवक मूर्ति विसर्जित करते हुए पानी के तेज बहाव में डूब गया था और उसकी मौत हो गई थी। दो साल लगातार हादसे होने के बाद जिला प्रशासन ने गणेश विसर्जन के मौके पर शहर की समाजसेवी संस्थाओं की मदद से विशेष प्रबंध करने शुरू किए थे, ताकि कोई बड़ा हादसा ना हो सके। इस साल प्रशासन ने कोई भी प्रबंध नहीं किया था।