कोरोना के कारण निरंकारी मिशन का वर्चुअल संत समागम होगा

संत निरंकारी मिशन का 73वां वार्षिक संत समागम पांच से सात दिसंबर तक होगा जिसको लेकर श्रद्धालुओं में भारी उत्साह है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 30 Nov 2020 04:27 PM (IST) Updated:Mon, 30 Nov 2020 04:27 PM (IST)
कोरोना के कारण निरंकारी मिशन का वर्चुअल संत समागम होगा
कोरोना के कारण निरंकारी मिशन का वर्चुअल संत समागम होगा

जागरण संवाददाता, बठिडा : संत निरंकारी मिशन का 73वां वार्षिक संत समागम पांच से सात दिसंबर तक होगा, जिसको लेकर श्रद्धालुओं में भारी उत्साह है। कोरोना को ध्यान में रखते हुए यह समागम वर्चुअल रूप में होगा। इस समागम को इंटरनेट टेक्नोलाजी के माध्यम से संतों, भक्तों के हृदय के भावों को वीडियोग्राफी में रिकार्ड करके संत निरंकारी मिशन की वेबसाइट और टीवी चैनल के जरिये दिखाया जाएगा। समागम सायं चार बजे से रात साढ़े आठ बजे तक होगा। तीनों दिन सद्गुरु माता सुदीक्षा जी महाराज के प्रवचन रात साढ़े आठ बजे से नौ बजे तक होंगे। वहीं 6 दिसंबर को सेवादल की रैली का आयोजन प्रात: 11 बजे से दोपहर एक बजे तक होगा।

इसको लेकर संत निरंकारी मिशन प्रमोद धीर व हंस राज ने बताया कि 1929 में पेशावर में निरंकारी मिशन के संस्थापक बाबा बूटा सिंह ने सत्य ज्ञान की इस रोशनी को फैलाने का संकल्प लिया, तभी से मिशन की स्थापना हुई। इनके बाद बाबा अवतार सिंह, बाबा गुरुबचन सिंह, बाबा हरदेव सिंह, माता सविदर हरदेव महाराज के बाद अब वर्तमान सद्गुरु माता सुदीक्षा जी महाराज ने मिशन को बुलंदियों तक पहुंचाया। 1948 में पहला समागम दिल्ली के ईदगाह के पास आयोजित किया गया था। राम प्रकाश जिंदल ने बताया कि 73वां संत समागम सद्गुरु माता सुदीक्षा जी महाराज की राहनुमाई में होगा, जिसका विषय स्थिरता है। इस विषय को आधार बनाकर ही अलग-अलग बोलने वाले संत समागम में अपने अपने विचार, गीत, कविताएं, रचनाएं आदि पेश करेंगे। इसके अलावा संत निरंकारी मिशन समाज सेवा के क्षेत्र में भी भरपूर योगदान दे रहा है। संत निरंकारी चेरिटेबल फाउंडेशन द्वारा समय समय पर ऐतिहासिक स्थानों, रेलवे स्टेशनों, पार्कों, अस्पतालों, डिस्पेंसरियों, समुद्र व नदियों के तटों की सफाई करने के अलावा विश्व भर में रक्तदान शिविरों व मेडिकल शिविरों का आयोजन किया जाता है। इसी प्रकार प्रकृतिक आपदाओं में भी मिशन द्वारा योगदान दिया जाता है। उन्होंने बताया कि संत निरंकारी मिशन द्वारा पूरे विश्व में कोरोना महामारी के दौरान राहत कार्य चलाए गए। इसके तहत जरूरतमदों को राशन, लंगर, मास्क, सैनिटाइजर आदि वस्तुएं उपलब्ध करवाई गई। यहां तक कि भारत के सभी संत निरंकारी सत्संग भवनों को जरूरत के अनुसार क्वांरटाइन सेंटर के तौर पर उपयोग में लाया गया। वहीं कोविड-19 प्रधानमंत्री राहत कोष फंड में भारत सरकार समेत कई राज्यों के मुख्यमंत्री कोविड-19 राहत कोष फंड में सेवा के रूप में नकद राशि भी दी गई है।

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