सिविल अस्पताल के डाक्टरों का प्रदर्शन

ंजाब सरकार की तरफ से जुलाई माह से लागू किए जा रहे छठे पे कमीशन के तहत डाक्टरों के वेतन में बढ़ोतरी की बजाएं कम करने का विरोध शुरू हो गया है। मंगलवार को पंजाब सिविल मेडिकल सर्विस एसोसिएशन (पीसीएमएसए) के आह्वान पर प्रदेश भर में सरकारी डाक्टरों ने पंजाब सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 22 Jun 2021 10:41 PM (IST) Updated:Tue, 22 Jun 2021 10:41 PM (IST)
सिविल अस्पताल के डाक्टरों का प्रदर्शन
सिविल अस्पताल के डाक्टरों का प्रदर्शन

जासं,बठिडा : पंजाब सरकार की तरफ से जुलाई माह से लागू किए जा रहे छठे पे कमीशन के तहत डाक्टरों के वेतन में बढ़ोतरी की बजाएं कम करने का विरोध शुरू हो गया है। मंगलवार को पंजाब सिविल मेडिकल सर्विस एसोसिएशन (पीसीएमएसए) के आह्वान पर प्रदेश भर में सरकारी डाक्टरों ने पंजाब सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया। इसके क्रम में बठिडा सिविल अस्पताल के तमाम डाक्टरों ने भी जिला प्रधान गुरमेल सिंह व महासचिव डा. खुशदीप सिंह सिद्धू की अगुआई में सिविल सर्जन दफ्तर के बाहर रोष धरना दिया। पंजाब सरकार व वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल के खिलाफ नारेबाजी की। डाक्टरों ने दोपहर 12 से 2 बजे तक अपनी ओपीडी सेवाएं बंद रखी, जिसके कारण मरीजों को परेशानी झेलनी पड़ी। इसके साथ डाक्टरों ने चेताया कि 23 जून को भी दो घंटे के लिए ओपीडी सेवाएं बंद रखकर रोष जताया जाएगा। इसके बावजूद भी सरकार ने उनकी मांगों को पूरा नहीं किया और कम किए गए नान प्रैक्टिस अलाउंस (एनपीए) वापस नहीं लिया गया, तो 25 जून से सभी प्रकार की सेहत सुविधाएं बंद रखकर अनिश्चितिकालीन समय के लिए रोष प्रदर्शन शुरू किया जाएगा। इसमें कोविड सेंटर की सेवाएं भी बंद कर दी जाएंगी।

पंजाब सरकार ने अन्याय किया

एसोसिएशन के डा. गुरमेल सिंह, डा. खुशदीप सिद्धू, डा. अरूण बांसल, डा. रविकांत गुप्ता, डा. धीरज गोयल, डा. सतीश जिदल, डा. जगरूप सिंह, डा. अंजली ने कहा कि कोरोना महामारी के बीच डाक्टरों ने सेवा और समर्पण की मिसाल कायम की। अपनी जान से हाथ भी धो बैठे। तकरीबन सभी डाक्टर कोरोना संक्रमित हुए। इस संकटकाल में डटकर खड़े डाक्टरों के साथ पंजाब सरकार ने अन्याय किया है। पे कमीशन में एनपीए को 25 से 20 प्रतिशत कर दिया गया। इसके साथ ही एनपीए को बेसिक पे से डी लिंक करने की सिफारिश की गई। इससे डाक्टरों का वेतन कम हो जाएगा। इसके अलावा पेंशन व अन्य भत्तों में भी कटौती हो जाएगी। यह कोरोना वारियर्स के साथ बेहूदा मजाक है। एसोसिएशन इसका कड़ा विरोध करती है। इस अवसर पर डाक्टरों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की।

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