रक्षा का संकल्प लेना ही रक्षा बंधन : राजेंद्र मुनि

जैन संत डाक्टर राजेंद्र मुनि जी ने रक्षाबंधन पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि प्राणी मात्र की रक्षा के लिए खुद को तैयार कर लेना ही वास्तविक रक्षाबंधन है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 22 Aug 2021 04:55 PM (IST) Updated:Sun, 22 Aug 2021 04:55 PM (IST)
रक्षा का संकल्प लेना ही रक्षा बंधन : राजेंद्र मुनि
रक्षा का संकल्प लेना ही रक्षा बंधन : राजेंद्र मुनि

संवाद सूत्र, बठिडा : जैन संत डाक्टर राजेंद्र मुनि जी ने रक्षाबंधन पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि प्राणी मात्र की रक्षा के लिए खुद को तैयार कर लेना ही वास्तविक रक्षाबंधन है। बेशक आजकल ये त्योहार भाई बहन का त्योहार है। बहनें अपनी सुरक्षा के लिए राखी रूपी धागे बांधते हुए यही कामना करती हैं कि मेरे जीवन में आने वाले उतार चढ़ाव में मेरे भईया हमेशा हमेशा मेरा साथ निभाना। इस त्योहार की पवित्रता के कारण यह त्योहार मात्र ब्राह्मण वर्ग का ही न होकर अन्य क्षत्रिय वैश्य व शूद्र वर्ग का भी महत्वपूर्ण त्यौहार बन गया। भारत वर्ष हमारा त्यौहार प्रधान देश है। यहां यह उक्ति प्रचलित रही है कि सात बार नौ त्यौहार अर्थात वार कम और त्यौहार ज्यादा। डाक्टर राजेंद्र मुनि जी ने रक्षाबंधन का इतिहास भी बताया। सभा में साहित्यकार श्री सुरेंद्र मुनि द्वारा नवकार महामंत्र की महिमा गरिमा के साथ रक्षाबंधन पर सुंदर गीतिका प्रस्तुत कर सभी को सद आचरण की प्रेरणा प्रदान की। सभा के प्रधान महेश जैन द्वारा स्वागत व धन्यवाद किया गया।

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