जल्ह ही आयुष्मान योजना से लोग करवा सकेंगे कोरोना का फ्री उपचार
आयुष्मान योजना में शामिल करने का विचार कर रही है।
जासं, बठिडा : सरकार ने अब प्राइवेट लैब और अस्पतालों में होने वाला कोरोना टेस्ट आयुष्मान योजना में शामिल करने का विचार कर रही है, ताकि इस योजना में शामिल लोग फ्री कोरोना टेस्ट करवा सके और इस बीमारी से बच सके। हालांकि, सिविल अस्पतालों में कोरोना के टेस्ट बिल्कुल फ्री हो रहे हैं, लेकिन सरकार ने प्रदेश की कुछ प्राइवेट लैब को भी कोरोना टेस्ट करने की मंजूरी दी गई है, ताकि अगर कोई भी व्यक्ति प्राइवेट लैब से टेस्ट करवाना चाहता है, तो वह करवा सकता है। इससे सरकारी लैब पर भी दबाव कम होगा। उम्मीद जताई जा रही है कि केंद्र या राज्य सरकार इसे लागू कर सकती है, ताकि इस योजना के लाभार्थियों का इलाज और टेस्ट भी फ्री होगा। वहीं दूसरी तरफ कोरोना वायरस के कारण 23 मार्च से देश भर में लगाएं गए कर्फ्यू व लॉकडाउन के दौरान सब कुछ बंद था और लोग अपने घरों में कैद थे। इस दौरान केवल बीमारी लोगों को ही घर से बाहर निकलने की इजाजत दी गई थी। ऐसे में प्रदेश के लोगों ने इन दो माह के भीतर केंद्र एवं राज्य सरकार की तरफ से साल 2019 मे शुरू की गई सरबत सेवा बीमा योजना का खूब लाभ उठाया है। प्रदेश के लोगों ने जहां इस योजना में शामिल विभिन्न सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों से प्रदेश भर में करीब 50 हजार लोगों ने फ्री इलाज करवाया है। स्टेट हेल्थ एजेंसी पंजाब के अधिकारियों की मानने तो राज्य में कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन व कर्फ्यू के बावजूद, स्वास्थ्य विभाग द्वारा 2 महीने के भीतर ( 23 मार्च से 30 मई 2020) तक करीब 49,589 से अधिक मरीजों का इलाज किया गया है, जबकि इस संबंध में राज्य सरकार की ओर से सभी जिले के सिविल सर्जनों को ई-कार्ड बनाने की प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश दिए गए थे, ताकि अधिक से अधिक लाभार्थियों को सरकार की इस सेहत योजना का लाभ मिल सके। राज्य के विभिन्न जिलों के अस्पतालों में 726 मरीजों ने हार्ट सर्जरी का लाभ लिया है, 19867 मरीजों का डायलिसिस किया गया है, 1512 ने कैंसर का इलाज करवाया है और 996 बुजुर्ग मरीजों ने ज्वाइंट रिपलेस्मेंट का लाभ प्राप्त किया है। इसी तरह योजना में शामिल बठिडा जिले के विभिन्न सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में 23 मार्च से 30 मई तक 7 हजार 560 मरीजों ने इलाज करवाया। जिसमें 7 हजार 380 अन्य बीमारियों से पीड़ित मरीजों ने योजना का लाभ लिया।इस बीमा योजना का मुख्य उद्देश्य लोगों को मुफ्त सेकेंड्री और टरशरी स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना है ताकि उपचार करवाने वाले परिवार पर आर्थिक बोझ को कम किया जा सके। डा. संजीव जैन ने बताया कि सेहत योजना में शामिल किसी भी अस्पताल मरीज इलाज की सुविधा प्राप्त करता है। योजना में सभी तरह के टैस्ट व इलाज मुफ्त है, अस्पताल संचालक मरीज से अलग अतिरिक्त चार्ज नहीं ले सकते। अगर ऐसी शिकायत मिलती है तो इस संबंधी चेकिग स्टेट एंटी फ्रॉड यूनिट टीम द्वारा करवाई जाएगी और उन पर कार्रवाई तय है। उन्होंने बताया कि राज्य में सरबत सेवा बीमा योजना के तहत मुफ्त उपचार सेवाएं प्राप्त करने के लिए स्पष्ट किया कि सबसे पहले लाभार्थी को ई-कार्ड बनवाना होगा, इसके बाद ही महिला/पुरुष इस योजना के तहत लाभ लेने के लिए योग्य माना जाता है। उसके बाद प्रत्येक सूची में शामिल अस्पताल में आरोग्य मित्र तैनात हैं, जो लाभार्थी को पंजीकृत करते हैं, अगर किसी मामले में लाभार्थी मरीज के पास पहले से ही ई-कार्ड न हो तो उसे ई-कार्ड जारी करते हैं, और अस्पताल में बिना पैसों के उपचार की सुविधा प्रदान करते हैं। आगे, ई-कार्ड बनाने की प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए पंजाब सरकार ने निर्धारित लक्ष्य को पूरा करने के लिए हेल्थ एजेंसी को काम सौंपा गया है।