लोगों को फरमान सुनाने वाला एसआइ मेजर सिंह लाइन हाजिर
हमेशा विवादों में रहने वाले थाना कैनाल कालोनी के तत्कालीन एसएचओ व एसआइ मेजर सिंह को लाइन हाजिर कर दिया गया है।
जासं,बठिडा: हमेशा विवादों में रहने वाले थाना कैनाल कालोनी के तत्कालीन एसएचओ व एसआइ मेजर सिंह को लाइन हाजिर कर दिया गया है। शनिवार सुबह मेजर सिंह को बदलकर पुलिस लाइन भेज दिया गया। मामले की पुष्टि करते हुए एसएसपी अजय मलूजा ने कहा कि एसआइ मेजर सिंह का तबादला करने के पीछे एक नहीं बल्कि कई कारण हैं। इसलिए उन्हें लाइन हाजिर किया गया है। फिलहाल थाना कैनाल कालोनी में नए एसएचओ की नियुक्ति नहीं की गई है।
गौर हो कि एसआइ मेजर सिंह उस समय विवादों में आए थे, जब उन्होंने एक सप्ताह पहले नशे के खिलाफ चलाए अभियान के तहत एक मोहल्ले में नुक्कड़ बैठक की। इस दौरान एसएचओ ने अपने ही कानून लागू करने के निर्देश जारी कर दिए। लोगों को तरह-तरह के फरमान सुना डाले और धमकियां तक दीं। उनकी शब्दवाली का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर खूब वायरल हो गया था। इसके बाद लोगों ने पुलिस प्रशासन की जमकर किरकिरी की थी। लोगों का कहना है कि एसएचओ के शब्द शर्मसार करने वाले हैं।
यह फरमान जारी किए थे नुक्कड़ मीटिंग में..
'अगर कोई व्यक्ति निक्कर या कैपरी में दिखाई दिया तो मैं उसे छोड़ूंगा नहीं। अगर किसी का हेयर कटिग का स्टाइल सही न हुआ तो उससे अपने स्तर पर निपटूंगा। जिन महिलाओं ने मोहल्लों में गंद फैला रखा है, उनको सलवारें खुद पहनाऊंगा। जो जिस हालत में पकड़ा गया मैं उसको उसी हालत में लेकर जाऊंगा। इसलिए अपनी इज्जत बचाओ। घरों के गेट बंद कर दो। मैंने अपने थाने को धो दिया है। मेरा कोई भी मुलाजिम किसी के पास कलेक्शन के लिए नहीं आएगा। मैं तो रात को ढाई घंटे सोता हूं। मुझसे तो पीसीआर वाले भी परेशान हैं। मेरे पास थाने में आने की जरूरत नहीं। जो समस्या है उसे अपने एमसी के पास जाकर सुलझाओ।'
एएसआइ का तर्क, लोगों की शिकायतें सुन हो गया था भावुक एएसआइ मेजर सिंह ने तर्क दिया था कि वह लोगों की शिकायतें सुनकर भावुक हो गए थे। उनको ऐसे शब्द नहीं बोलने चाहिए थे। उन्होंने बाद में उक्त शब्दों को महसूस किया था। यह शब्द सही नहीं थे।