थाना बालियावाली के एसएचओ पर अवैध हिरासत में रख पीटने के आरोप
एसएचओ पर चोरी के आरोप में दो नौजवानों को अवैध तौर पर हिरासत में रखने जाति सूचक शब्द बोलने और बेरहमी से रपीटने के आरोप लगाए गए हैं।
जासं, बठिडा: थाना बालियांवाली के एसएचओ पर चोरी के आरोप में दो नौजवानों को अवैध तौर पर हिरासत में रखने, जाति सूचक शब्द बोलने और बेरहमी से रपीटने के आरोप लगाए गए हैं। दोनों नौजवान बठिेंडा सिविल अस्पताल में भर्ती हैं। पीड़ित नौजवानों का कहना है कि एसएचओ ने उन्हें एक-दूसरे के साथ गलत काम करने के लिए भी कहा, लेकिन जब उन्होंने मना कर दिया तो उन्हें फिर बुरी तरह से पीटा गया।
गांव बालियावाली के नौजवान करन सिंह और संजू ने बताया कि गांव भूंदड़ के एक व्यक्ति की तार चोरी हो गई थी। उक्त व्यक्ति ने शक के आधार पर उनके खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज करवा दी। जब उन्हें जानकारी मिली तो वह अपने परिवारों को साथ लेकर थाने में पेश हो गए। पुलिस को बताया कि इस चोरी के साथ उनका कोई संबंध नहीं है, लेकिन पुलिस ने उनकी एक न सुनी और उनको हवालात में बंद कर दिया। बाद में एसएचओं दर्शन सिंह और थाने के पुलिस मुलाजिमों ने दो दिन तक उन्हें नाजायज हिरासत में रखकर प्रताड़ित किया। वहीं अस्पताल में उनका हालचाल पूछने पहुंचे शिरोमणी अकाली दल के नेता जगदीप सिंह गहरी ने बताया कि रविवार देर शाम उक्त नौजवानों को पुलिस के चंगुल से छुड़वाकर अस्पताल में दाखिल करवाया गया। इस संबंध में एसएसपी अजय मलूजा को मिलकर थाना प्रभारी दर्शन सिंह के खिलाफ कानूनी व विभागीय कार्रवाई की मांग की जाएगी। अगर कोई सुनवाई नहीं हुई तो उक्त थाना प्रभारी के खिलाफ आंदोलन शुरू किया जाएगा। थाना प्रभारी ने सभी आरोपों को नकारा
अपने ऊपर लगे आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए थाना बालियावाली प्रभारी सब इंस्पेक्टर दर्शन सिंह ने कहा कि गांव भूंदड़ के एक व्यक्ति ने उक्त नौजवानों के खिलाफ तार चोरी की शिकायत दर्ज करवाई थी। इस संबंधी उक्त नौजवानों को थाने में बुलाया गया था, लेकिन उस दिन किसी जरूरी काम के लिए वह बाहर गए थे। इसलिए उक्त नौजवानों को वापस भेज दिया गया। अब कार्रवाई से बचने के लिए उक्त नौजवान पुलिस पर झूठे आरोप लगा रहे हैं।