स्वतंत्रता संग्राम के अनसुने नायकों की प्रेरक कहानियों पर शोध करेंगे छात्र

पंजाब के स्वतंत्रता सेनानी विषय पर 15 दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 09 Nov 2021 09:02 PM (IST) Updated:Tue, 09 Nov 2021 09:02 PM (IST)
स्वतंत्रता संग्राम के अनसुने नायकों की प्रेरक कहानियों पर शोध करेंगे छात्र
स्वतंत्रता संग्राम के अनसुने नायकों की प्रेरक कहानियों पर शोध करेंगे छात्र

संस, बठिडा: प्रगतिशील भारत की स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में भारत सरकार द्वारा आयोजित आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय में स्टूडेंट्स फार होलिस्टिक डेवलपमेंट आफ ह्यूमैनिटी के साथ मिलकर 'पंजाब के स्वतंत्रता सेनानी' विषय पर 15 दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। यह कार्यक्रम कुलपति प्रो. राघवेन्द्र प्रसाद तिवारी के संरक्षण में आयोजित किया गया।

कार्यशाला में एसएचओडीएच (शोध) के पंजाब राज्य प्रभारी डा. आलोक पांडे, पंजाब विश्वविद्यालय के यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट आफ होटल एंड टूरिज्म मैनेजमेंट से प्रो. प्रशांत गौतम, हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के विधि विभाग से प्रो. शिव कुमार डोगरा और पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय से डा. विपिन पाल आमंत्रित वक्ता के रूप में सम्मिलित हुए। डा. आलोक पांडेय ने बताया कि यह कार्यशाला प्रतिभागियों को 15 दिवसीय शोध प्रशिक्षुता कार्यक्रम के तौर-तरीकों से अवगत करवाएगी। इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले छात्र पंजाब से भारत के स्वतंत्रता संग्राम के अनसुने/भूले-बिसरे नायकों के बलिदान का अभिलेखन करने हेतु राज्य के विभिन्न जिलों का दौरा करेंगे और उनके परिवार के सदस्यों से मुलाकात करेंगे। इस कार्यक्रम के दौरान छात्र एक-दूसरे के साथ समन्वय करते हुए परियोजना आधारित सहकारी शिक्षण ²ष्टिकोण के माध्यम से एक साथ ज्ञानार्जन करेंगे। उन्होंने कहा कि इस इंटर्नशिप कार्यक्रम के दौरान प्राप्त आंकड़ों को एक शोध दस्तावेज के रूप में संकलित किया जाएगा।

वहीं कुलपति प्रो. राघवेन्द्र प्रसाद तिवारी ने कहा कि एनईपी-2020 में परिकल्पित नवीन सुधारों के अनुसार पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय अपने सभी पीजी/पीएचडी पाठ्यक्रमों में बहु-विषयक समग्र शिक्षा और स्व-निर्देशित शिक्षण पद्धति द्वारा जिम्मेदार शिक्षार्थी तैयार करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि यह शोध प्रशिक्षुता कार्यक्रम स्वतंत्रता के हमारे गुमनाम नायकों की प्रेरक जीवन कहानियों के साथ-साथ उन घटनाओं को सामने लाने में सहायता करेगा जिसने उनके चरित्र, अखंडता और देशभक्ति भावना को आकार दिया। इस कार्यक्रम में प्रो. रामकृष्ण वुसिरिका (डीन इंचार्ज एकेडमिक्स), डा. कुलभूषण शर्मा, डा. नरेंद्र धानिया, डा. दीपक पांडे, डा. आरके. चैतन्य, डा. रामनप्रीत और इंजीनियर पुनीत जस्सल तथा शिक्षाविद राहुल शर्मा और सौरभ कपूर ने किया।

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