स्कूल वैन आपरेटरों ने वित्तमंत्री को दिया मांगपत्र
ट्रांसपोर्टरों ने पंजाब के वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल से मुलाकात कर उनको मांग पत्र दिया।
जागरण संवाददाता, बठिडा: कोरोना के कारण बंद हुए स्कूल कालेज के कारण आर्थिक नुकसान झेल रहे ट्रांसपोर्टरों ने पंजाब के वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल से मुलाकात कर उनको मांग पत्र दिया।
इस दौरान ट्रांसपोर्टरों ने मांग की कि स्कूल-कालेज बसों का 31 दिसंबर 2021 तक का सारा टैक्स माफ किया जाए। वहीं कालेज बसों का टैक्स कम कर 500 प्रति सीट के हिसाब से प्रति साल के लिए किया जाए। इसके अलावा पुराने टैक्स माफ कर आगे से बढि़या तरीके से भरने के लिए नीतियों को लागू किया जाए। इसी प्रकार स्कूल कालेज बसों का परमिट घटाकर पांच हजार रुपये पांच साल के लिए किया जाए। उन्होंने बताया कि कोरोना के कारण ट्रांसपोर्टर आर्थिक परेशानी से जूझ रहे हैं, जिनके लिए अपनी बसों का खर्च निकालना भी मुश्किल हो गया है। यहां तक कि ड्राइवर व कंडक्टर को वेतन देने के लिए उनके पास पैसे नहीं हैं। इसको देखते हुए उन्होंने सरकार से राहत की मांग की है। इस मौके पर ट्रांसपोर्ट यूनियन के देवेंद्र पाल सिंह, सुखविदर सिंह जोनी भी उपस्थित थे। स्कूल बंद करने के विरोध में प्रदर्शन कोरोना संकट के मद्देनजर राज्य सरकार द्वारा राज्य के शैक्षणिक संस्थान बंद करने के विरोध में नौं संगठनों के साझे फ्रंट के आह्वान पर विद्यार्थी एकता कमेटी तथा पंजाब स्टूडेंट यूनियन (शहीद रंधावा) द्वारा मंगलवार को गांव पित्थो तथा कोटड़ा कौड़ा में रोष प्रदर्शन किया गया।
पंजाब स्टूडेंट यूनियन (शहीद रंधावा) के अमितोज मौड़ तथा सतनाम सिंह ने कहा कि शैक्षणिक संस्थानों को बंद कर सरकार विद्यार्थियों के साथ धक्का कर रही है। एक तरफ जहां अन्य अदारे, शराब के ठेके, सिनेमा हाल, माल तथा धार्मिक संस्थान खुले हैं तथा राजनीतिक रैलियों पर कोई बंदिश नहीं है तो शैक्षणिक संस्थान बंद करने से सरकार पर प्रश्न चिन्ह लगा गए हैं। विद्यार्थी नेता जस्सा मौड़ तथा वरखा कौर ने कहा कि गत वर्ष कोरोना लाकडाउन के कारण लोग पहले ही आर्थिक मंदहाली के दौर से गुजर रहे हैं। ऐसे में विद्यार्थियों से फीस जमा करवाने के बाद स्कूल बंद करना बेहद निदनीय है। इस मौके विद्यार्थी नेता जसवंत सिंह, जसपाल जस्सी, जस मेहराज, वीरपाल कौर, चमकौर सिंह तथा बलजीत सिंह भी उपस्थित थे।