सेहत विभाग दीवाली से चंद दिन पहले भर रहा मिठाइयों व खाद्य पदार्थों के सैंपल

दीवाली व अन्य त्योहारों से कुछ दिन पहले अब सेहत विभाग ने मिठाइयों व अन्य खाद्य पदार्थो के सैंपलों में सक्रियता दिखानी शुरू कर दी है। अहोई अष्टमी धनतेरस व दीपावाली अब दस दिन के भीतर हैं। खानपान के साजों सामान की बिक्री व खरीदारी भी तेजी से बढ़ रही है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 24 Oct 2021 03:30 PM (IST) Updated:Sun, 24 Oct 2021 03:30 PM (IST)
सेहत विभाग दीवाली से चंद दिन पहले भर रहा मिठाइयों व खाद्य पदार्थों के सैंपल
सेहत विभाग दीवाली से चंद दिन पहले भर रहा मिठाइयों व खाद्य पदार्थों के सैंपल

नितिन सिगला, बठिडा : दीवाली व अन्य त्योहारों से कुछ दिन पहले अब सेहत विभाग ने मिठाइयों व अन्य खाद्य पदार्थो के सैंपलों में सक्रियता दिखानी शुरू कर दी है। अहोई अष्टमी, धनतेरस व दीपावाली अब दस दिन के भीतर हैं। खानपान के साजों सामान की बिक्री व खरीदारी भी तेजी से बढ़ रही है। इस स्थिति में बाजार में मिलावटी खानपान की बिक्री कर मोटा मुनाफा कमाने वाले भी सक्रिय हो गए है। वहीं । ऐसे में सेहत विभाग की तरफ से खानपान के सैंपल भरने के मामले में स्थिति यह है कि सभी सैंपल लैब में जांच के लिए भेजे जाएंगे व इसमें रिपोर्ट आने में कम से कम 20 से 30 दिनों समय लगता है। जब तक रिपोर्ट मिलेगी बाजारों में मिठाईयां व दूसरे खानपान के सामान बिक चुके होंगे।

इस स्थिति में लोगों की सेहत से होने वाले खिलवाड़ को रोकने की जिम्मेवारी जिला सेहत विभाग की मुहिम पर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। इसमें विभाग की लेटलतीफी व लापरवाही आम लोगों पर भारी पड़ सकती है।

बठिडा सेहत विभाग पिछले एक माह से चुप्पी साधकर बैठा रहा व अब जब फेस्टिवल शुरू हो गए है तो खानापूर्ति के लिए पिछले कुछ दिनों से बाजारों में टीम के साथ उतरकर चेकिग की जा रही है। इस दौरान कुछ स्थानों पर सैंपलिग भी की गई, लेकिन इसमें ज्यादातर दुकाने ऐसी है जोकि रूटीन में काम करती है व बड़ा आर्डर व सप्लाई नहीं देती है। वहीं बड़े दुकानों के सैंपेलिग तो बिल्कुल भी नहीं की गई है। बीते दिनों सेहत टीम ने सिरकी बाजार में चेकिग की। इस दौरान बाजार में स्थित बड़ी कुछ हलवाई की दुकानों पर केवल चेकिग के नाम पर खानापूर्ति की और चली गई।

अगर जिले की असल स्थिति की बात करे तो पिछले तीन साल में विभिन्न स्थानों में पकड़े गए पनीर, खोया व मिठाई की तादाद से पता चलता है कि बठिडा जिले में ही नहीं बल्कि आसपास के राज्यों व ग्रामीण इलाकों से भारी तादाद में नकली मिठाइयों से लेकर दूध से बने सामान पहुंचते हैं। करीब दो साल पहले सेहत विभाग ने हजारों क्विंटल दूध, पनीर, खोया व मिठाईयां त्योहारी सीजन से पहले पकड़ी थी, लेकिन इस साल इस तरह की सक्रियता कही भी दिखाई नहीं दे रही है। इसके चलते कहा जा सकता है कि जिले में राजस्थान, हरियाणा व साथ लगते बार्डर क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर नकली दूध उत्पाद से लेकर मिठाइयां जिले के अंदर पहुंच चुकी है। सेहत विभाग की तैयारियों के बारे में बात करे तो डीएचओ उषा गोयल का कहना है कि वह लोगों को जागरूक करने के साथ सैंपलिग का काम कर रही हैं। लोगों को कहा जा रहा है कि वह केमिकल युक्त मिठाइयों का इस्तेमाल न करे।

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