सफाई सेवकों ने किया बीट सिस्टम लागू करने का विरोध

शुक्रवार को यूनियन प्रधान वीरभान की अगुआई में सफाई सेवकों ने निगम दफ्तर के बाहर प्रदर्शन किया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 13 Dec 2019 05:21 PM (IST) Updated:Fri, 13 Dec 2019 05:21 PM (IST)
सफाई सेवकों ने किया बीट सिस्टम लागू करने का विरोध
सफाई सेवकों ने किया बीट सिस्टम लागू करने का विरोध

जासं, बठिडा : लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर संघर्ष करती आ रही सफाई कर्मचारी यूनियन नगर निगम बठिडा ने शुक्रवार को यूनियन प्रधान वीरभान की अगुआई में सफाई सेवकों ने निगम दफ्तर के बाहर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने पंजाब सरकार व निगम कमिश्नर के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शन की वजह पुरानी मांगों को पूरा नहीं करना और निगम कमिश्नर की तरफ से सफाई सेवकों पर लागू किए जा रहे बीट सिस्टम का विरोध करना है।

यूनियन प्रधान वीरभान ने कहा कि निगम अधिकारी बीट सिस्टम लागू करने में जुटे हुए हैं, लेकिन तय नियमों के तहत सफाई सेवकों की भर्ती नहीं की जा रही है। इसके चलते लंबे समय से सफाई सेवकों की भर्ती की मांग की जा रही है। लेकिन सरकार इसे अनदेखा कर रही है। उन्होंने स्पष्ट किया कि वह इस बीट सिस्टम को लागू नहीं होने देंगे। अगर निगम इस बीट सिस्टम को लागू करना है, तो शहर की आबादी के मुताबिक 1500 और सफाई सेवकों की भर्ती करनी होगी। प्रधान ने कहा कि वह बीट सिस्टम के विरोध में सोमवार से हड़ताल करेंगे। इसमें उनकी पुरानी मांगों को पूरा करवाने के लिए संघर्ष किया जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार व निगम अधिकारी हर बार उन्हें झूठा आश्वासन देकर उनके साथ धोखा करते है, जबकि उनकी मांगों को लंबे समय से जानबूझ कर लटका जा रहा है, जबकि कुछ मांगें तो ऐसी है, जोकि लोकल स्तर पर पूरी की जा सकती है, लेकिन निगम अधिकारी हर बार उनकी डिमांड को सरकार के पास भेजने का झूठा दिलासा देकर उनके साथ भेदभाव की नीतियां अपनाई जा रही है, जिसके चलते पूरी यूनियन में रोष की लहर है। सरकार की सफाई सेवकों के प्रति इन नीतियों से दुखी होकर ही हड़ताल करने का फैसला लिया गया है।

प्रधान वीरभान ने बताया कि यूनियन 1 जनवरी 2004 से लेकर 9 जुलाई 2012 के समय के दौरान रेगुलर हुए कर्मचारियों को सरकार के आदेशों के मुताबिक जरनल पेंशन लागू करने की मांग की जा रही है। जबकि इस बाबत सरकार की तरफ से नोटिफिकेशन भी जारी हो चुका है। इसके साथ ग्रेच्युटी एंड एक्स ग्रशियां ग्रांट भी लागू की जाएं। इसी तरह 129 सफाई कर्मचारी व 12 फायर कर्मियों को पक्का करने, 271 खाली पड़े सफाई सेवकों के पद भरने और 1500 नए सफाई कर्मचारियों की भर्ती करने के साथ पढ़े-लिखे सफाई कर्मचारियों को उन्हें प्रमोट कर क्लर्क, सेनेटरी सुपरवाइजर बनाने, हटाएं गए 60 सफाई सेवकों को दोबारा भर्ती करने, 20 सफाई मेट को स्थाई तौर पर तैनात करने, बेटियों की शादी के लिए मैरिज लोन की रकम पचास हजार से बढ़ाकर एक लाख रुपये करने, ठेके पर रखे गए कर्मचारियों को रेगुलर करने आदि प्रमुख मांगे है। उन्होंने सरकार व निगम अधिकारियों से मांग की है कि उक्त मांगों को जल्द पूरा किया जाए।

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