कांग्रेस के खिलाफ शिअद-बसपा का धरना आज

शिरोमणि अकाली दल व बसपा की ओर से पार्टी प्रधान व पूर्व उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल की अगुआई में बठिडा में सोमवार को प्रदर्शन किया जाएगा।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 08 Nov 2021 04:43 AM (IST) Updated:Mon, 08 Nov 2021 04:43 AM (IST)
कांग्रेस के खिलाफ शिअद-बसपा का धरना आज
कांग्रेस के खिलाफ शिअद-बसपा का धरना आज

जागरण संवाददाता, बठिडा: शिरोमणि अकाली दल व बसपा की ओर से पार्टी प्रधान व पूर्व उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल की अगुआई में बठिडा में सोमवार को प्रदर्शन किया जाएगा। धरने में सुखबीर बादल के अलावा पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल, पार्टी के सीनियर मेंबर व राज्य सभा सदस्य बलविदर सिंह भूंदड़, किसान विग के प्रधान पूर्व मंत्री सिकंदर सिंह मलूका, पूर्व लोकसभा मेंबर जगमीत सिंह बराड़, पूर्व विधायक जीतमहिदर सिंह सिद्धू, जिला परिषद बठिडा के पूर्व चेयरमैन गुरप्रीत सिंह मलूका, पूर्व विधायक सरूप चंद सिगला, पूर्व विधायक प्रकाश सिंह भट्टी, पूर्व विधायक दर्शन सिंह कोटफत्ता, पार्टी के मेंबर पीएसी महासचिव व स्पोक्समैन मोहित गुप्ता शामिल होंगे।

मलूका ने बताया कि राज्य की कांग्रेस सरकार से किसानों के मामलों को हल करवाने के लिए सुबह 11 बजे जिला कचहरियां के नजदीक डीसी दफ्तर के आगे प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा बड़े-बड़े वादे करने के बाद भी किसानों को नरमे की फसल का मुआवजा नहीं दिया। इसके अलावा गेहूं की बिजाई के लिए डीएपी खाद की काफी कमी देखने को मिल रही है। उन्होंने ऐलान किया कि अगर किसानों की समस्याओं का हल न हुआ तो वह पंजाब स्तर पर भी प्रदर्शन करेंगे। चुनाव नजदीक आते ही खाली खजाने से निकलने लगी राहत: सिंगला शिरोमणि अकाली दल के पूर्व विधायक व व्यापार विग पंजाब के प्रधान सरूप चंद सिगला ने मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी व वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल द्वारा पेट्रोल पर 10 व डीजल पर पांच रुपये वैट कम करने पर सवाल खड़े किए हैं। उनका कहना है कि पौने पांच साल खजाना खाली होने का शोर मचाने वाले वित्तमंत्री के खजाने से चुनाव नजदीक आते ही राहत निकल आई है।

उन्होंने कहा कि अगर राहत देनी ही थी तो पंजाब में सबसे ज्यादा वैट वसूल किया जाता है, उसमें 50 फीसद की कटौती की जाती, जबकि पेट्रोल की खपत कम व डीजल की खपत ज्यादा है, लेकिन चन्नी सरकार लोगों को राहत देने के बजाय राजनीति कर रही है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि नहरबंदी कारण शहर में पानी की किल्लत है। मगर शहर के विधायक ने इस समस्या को दूर करने के लिए कोई काम नहीं किया। अब नहरबंदी टूटने का समय आ गया है व प्रवासी भाईचारे का पवित्र त्योहार छठ पूजा आ रहा है, लेकिन सरकार को बयानबाजी करने के बजाय काम करना चाहिए। उन्होंने मांग की है कि नहर के निर्माण की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए, छठ पूजा के लिए सीढि़यों व सुरक्षा का प्रबंध होना चाहिए।

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