मुख्यमंत्री और वित्तमंत्री ने बर्बाद की पंजाब की आर्थिकता: सिगला

शिअद के हलका बठिडा शहरी सीट से घोषित प्रत्याशी सरूप चंद सिगला का शहर के विभिन्न हिस्सों में व्यापारी वर्ग की ओर से सम्मान किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 15 Sep 2021 10:05 PM (IST) Updated:Wed, 15 Sep 2021 10:05 PM (IST)
मुख्यमंत्री और वित्तमंत्री ने बर्बाद की पंजाब की आर्थिकता: सिगला
मुख्यमंत्री और वित्तमंत्री ने बर्बाद की पंजाब की आर्थिकता: सिगला

जासं,बठिडा: आगामी विधानसभा चुनाव 2022 के लिए शिअद के हलका बठिडा शहरी सीट से घोषित प्रत्याशी सरूप चंद सिगला का शहर के विभिन्न हिस्सों में व्यापारी वर्ग की ओर से सम्मान किया गया। व्यापारियों ने उन्हें बधाई देते हुए पार्टी प्रधान समेत पूर्व मंत्री और लीडरशिप का धन्यवाद किया।

वहीं सरूप सिगला ने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह ने गुटका साहिब की कस्म और वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने बठिडा शहर का अलग से चुनाव मैनिफेस्टो बनाकर बड़े-बड़े वादे किए थे, परंतु कोई वादा पूरा नहीं हुआ। सरकार की घटिया नीतियों से हर वर्ग दुखी है और पंजाब में शिअद की अगुआई वाली दस साल पंजाब में राज करने वाली सरकार को याद कर रहा है। कैप्टन सरकार की बुरी नीतियों के कारण पंजाब की आर्थिकता की कमर टूट गई है। व्यापारी निराश हैं, जिनको कोई राहत नहीं मिली। इस मौके उनके साथ शिअद और बसपा के नेता व अन्य मौजूद थे। कैप्टन का बयान किसान आदोलन की पीठ में छुरा घोंपने के समान: मोहित गुप्ता शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के महासचिव, प्रवक्ता एवं पीएसी सदस्य मोहित गुप्ता ने बुधवार को किसान आदोलन के प्रति मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा दिए गए बयान की निंदा करते हुए कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण बयान इस बात का प्रमाण है कि कैप्टन अपनी जिम्मेवारी से भाग रहे हैं। एक साल से पंजाब का किसान तीन कृषि कानूनों को रद करवाने के लिए सड़कों पर धक्के खा रहा है। आज पंजाब में धरने न देने की नसीहत देना किसान आदोलन की पीठ में छुरा घोंपने के समान है।

उन्होंने कहा कि सभी राजनीतिक दलों ने कृषि कानूनों के मुद्दे पर राजनीति की है। वहीं शिअद इकलौती पार्टी है जिसने किसानों के हक में तीन कानूनों के खिलाफ निडरता से पहरेदारी की। पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने केंद्रीय मंत्रीमंडल से जहा इस्तीफा दिया वहीं शिअद प्रधान सुखबीर बादल ने भाजपा से 25 साल पुराना गठबंधन तोड़कर एक मिसाल कायम की। यह मिसाल दर्शाती है कि शिअद पंजाब के किसानों के साथ खड़ा है। अब शिअद द्वारा तीन कृषि कानूनों के खिलाफ 17 सितंबर को काला दिवस मनाया जा रहा है और गुरुद्वारा श्री रकाबगंज साहिब से संसद भवन तक रोष मार्च निकाला जा रहा है, जिसमें पंजाब से बड़ी संख्या में किसान दिल्ली पहुंच रहे हैं। मोहित गुप्ता ने केंद्र सरकार से अपील की कि किसानों की बात सुनते हुए कानून रद किए जाएं।

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