रमन गोयल बनीं पहली महिला मेयर

वार्ड नंबर 35 से पहली बार चुनाव लड़ने वाली महिला पार्षद रमन गोयल को नगर निगम के तीसरे हाउस की मेयर चुन लिया गया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 15 Apr 2021 09:57 PM (IST) Updated:Thu, 15 Apr 2021 09:57 PM (IST)
रमन गोयल बनीं पहली महिला मेयर
रमन गोयल बनीं पहली महिला मेयर

सुभाष चंद्र, बठिडा

वार्ड नंबर 35 से पहली बार चुनाव लड़ने वाली महिला पार्षद रमन गोयल को नगर निगम के तीसरे हाउस की मेयर चुन लिया गया। बठिडा निगम की मेयर बनने वाली वह पहली महिला हैं। इसके साथ ही कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व मेयर पद की दावेदारी जता रहे अशोक कुमार को सीनियर डिप्टी मेयर तथा मास्टर हरमंदर सिंह को डिप्टी मेयर चुना गया। हालांकि इस चुनाव से पूर्व सभी 43 कांग्रेस पार्षदों को थर्मल प्लांट के लेक व्यू गेस्ट हाउस में उक्त तीनों पार्षदों की नियुक्तियों के लिए तैयार किया गया। उसके बाद डीसी दफ्तर के मीटिग हाल में उन्हें सर्वसम्मति के साथ मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर चुन लिया गया। पार्षद बलजीत सिंह राजू सरां की तरफ से नाम पेश किए गए, जिस पर कांग्रेस के सभी पार्षदों ने हाथ खड़े करके सर्वसम्मति जताई।

लेक व्यू गेस्ट हाउस में वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल व राज्य के तकनीकी शिक्षा मंत्री चरनजीत सिंह चन्नी को पहले ही लेकर पहुंचे हुए थे। राज्य सरकार की ओर से इस चुनाव की जिम्मेदारी चरनजीत चन्नी को सौंपी गई थी। मेयर पद के सबसे प्रबल दावेदार रहे छठी बार पार्षद चुने जगरूप सिंह गिल मेयर न बनाए जाने कारण चलती मीटिग बीच में ही छोड़कर बाहर आ गए। पत्रकारों से बातचीत दौरान वह इस फैसले से काफी निराश नजर आ रहे थे। उन्होंने चुनाव के तरीके को गलत करार दिया। उनका कहना था हाथ खड़े करने के बजाय वोटिग होनी चाहिए थी। वह लेक व्यू होटल में भी हुई चर्चा के बाद बाहर निकलते समय अपने एक साथी के साथ ही थे। इस मौके पर डिवीजनल कमिश्नर रविंदर कुमार कौशिक और डीसी बी श्रीनिवासन भी मौजूद थे।

चुनाव के मद्देनजर हिदू, सिख व पिछड़ी श्रेणी को प्रतिनिधित्तव

मेयर पद के लिए जगरूप गिल, अशोक कुमार प्रधान, मास्टर हरमंदर सिंह के अलावा महिलाओं में से रमन गोयल के नाम की चर्चा शुरू से हो रही थी। कभी रमन का नाम मेयर पद तो कभी डिप्टी मेयर के पद के लिए चर्चा में आ रहा था। आखिरकार चर्चाएं सही साबित हुई हैं। करीब 45 वर्षीय रमन गोयल बीए बीएड हैं। माना जा रहा है कि विधानसभा चुनाव के मद्देनजर हिदू चेहरों को ज्यादा तवज्जो दी गई है। इस बात की हिदू पार्षदों की तरफ से मांग भी की जा रही थी। उधर, सीनियर डिप्टी मेयर बनाए गए अशोक कुमार हिदू होने के साथ पिछड़ी श्रेणी का भी प्रतिनिधित्तव करते हैं। हालांकि दलित श्रेणी को जगह नहीं मिल सकी है, जबकि डिप्टी मेयर बनाए गए मास्टर हरमंदर सिंह को सिख समुदाय के तौर पर प्रतिनिधित्व दिया गया है। चुनाव के बाद अकाली पार्षदों का वाकआउट

चुनावी बैठक में शामिल हुए शिरोमणि अकाली दल के पार्षद चुनाव के बाद बैठक से वाकआउट करके बाहर आ गए। हरपाल ढिल्लों व शैरी गोयल ने आरोप लगाया कि इस चुनावी बैठक के दौरान उन्हें बोलने का मौका ही नहीं दिया, जबकि वे भी अपने विचार रखना चाहते थे। शहर के ड्रेनेज सिस्टम को सुधारना प्राथमिकता: मेयर

रमन गोयल ने कहा कि आज का दिन उसके लिए बहुत ही खुशी का दिन है। वह आभारी हैं वित्तमंत्री मनप्रीत बादल की, जिन्होंने एक महिला को एक जिम्मेदारी सौंपी है। वह पूरे तन और मन के साथ अपनी जिम्मेदारी को निभाएंगी। महिलाओं की सु्रक्षा पर विशेष ध्यान देंगी। शहर के ड्रेनेज सिस्टम को सुधारने की उनकी प्राथमिकता रहेगी। इसके अलावा शहर की स्वच्छता पर भी विशेष ध्यान देंगी। अशोक प्रधान हैं सबसे पुराने व वरिष्ठ कांग्रेसी

सीनियर डिप्टी मेयर बनाए गए अशोक प्रधान शहर के सबसे पुराने कांग्रेसियों में शुमार हैं। वह कांग्रेस के जिला प्रधान भी रह चुके हैं, जिसके चलते आज तक उन्हें अशोक प्रधान के नाम के साथ जाना जाता है। वह वित्त मंत्री मनप्रीत बादल के सबसे करीबियों में से एक हैं। इसीलिए ही उन्होंने सीनियर डिप्टी मेयर की जिम्मेदारी सौंपी गई हैं। उनका नाम भी मेयर के दावेदारों में रहा। सबसे ज्यादा पढ़े-लिखे मास्टर हरमंदर सिंह

डिप्टी मेयर बनाए गए मास्टर हरमंदर सिंह सबसे पढ़े लिखे पार्षद हैं। वह एमएससी बॉटनी व एमए पब्लिक एडमिनस्ट्रेशन हैं। वह तीसरी बार पार्षद चुने गए हैं। लोकसभा चुनाव से पहले वह अपने दो अन्य साथियों के साथ शिरोमणि अकाली दल को छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए थे और उन्होंने कुछ ही समय में मनप्रीत बादल के नजदीकियों में जगह बना ली। इसलिए उनका नाम भी मेयर के पद के लिए शुरू से ही चर्चा में रहा। 53 साल बाद बठिडा को मिला कांग्रेस का मेयर : चन्नी

तकनीकी शिक्षा मंत्री चरनजीत सिंह चन्नी ने कहा कि 53 साल बाद कांग्रेस का बठिडा को मेयर मिला है। सर्वसम्मति के साथ चुनाव सिरे चढ़ा है। जगरूप गिल ने भी उनकी मर्जी पर चुनाव छोड़ दिया था। चुनाव के कराइटेरिया पर उन्होंने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है। सर्वसम्मति के साथ ही चुनाव कराया गया है। पर्ची सिस्टम से मेयर चुनने वाली कोई बात नहीं है। बठिंडा के विकास पर खर्च होंगे 260 करोड़ रुपये: मनप्रीत

क्षेत्र के विधायक व वित्तमंत्री मनप्रीत बादल ने कहा कि पहली बार बठिडा को महिला मेयर मिली है। सियासत में इतने पार्षदों के बीच में तीन लोगों को चुनने का फैसला बड़ा मुश्किल होता है। हरेक पार्षद अपने वार्ड का मेयर होगा। मनप्रीत बादल ने कहा कि बठिडा निगम को 260 करोड़ रुपये का बजट अलाट है, जिसे आठ महीनों में खर्च करना है। नया बस स्टैंड, मल्टीस्टोर पार्किंग, ग‌र्ल्स स्कूल की बिल्डिग जैसे बड़े प्रोजेक्ट तैयार करने हैं। निगम हाउस को यह बजट ईमानदारी से खर्च करना होगा और दिवाली से पहले काम मुकम्मल करने होंगे। बठिडा विकास के मामले में इस समय बहुत आगे चल रहा है। इसके विकास के लिए प्लानिग हो चुकी है।

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