रावण का वध कर अयोध्या पहुंचे श्रीराम का हुआ राजतिलक

श्रीराम चरित्र कला केंद्र क्लब की ओर से आयोजित रामलीला में श्रीराम का राजतिलक दिखाया गया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 15 Oct 2021 10:21 PM (IST) Updated:Fri, 15 Oct 2021 10:21 PM (IST)
रावण का वध कर अयोध्या पहुंचे श्रीराम का हुआ राजतिलक
रावण का वध कर अयोध्या पहुंचे श्रीराम का हुआ राजतिलक

संस, बठिडा: श्रीराम चरित्र कला केंद्र क्लब की ओर से आयोजित रामलीला में श्रीराम का राजतिलक दिखाया गया। दृश्य में दिखाया कि भरत प्रभु राम की चरण पादुकाओं की पूजा करते हुए रामाजल, रामेश्वरम पर रामजी का इंतजार करते हैं और कहते हैं कि अब तो रामजी को वनवास गए 14 साल हो गए, अब तक नहीं आए। अचानक उन्हें सूचना मिलती है कि प्रभु राम सीता व लक्ष्मण के साथ आ रहे हैं। सूचना सुनते ही भरत खुशी में रोने लगते हैं और सभी अयोध्यावासियों को सूचना दी जाती है राम जी के आने की खुशी में दीपमाला की जाए। इस कार्यक्रम में प्रधान पवन मानी, उपप्रधान सतपाल गर्ग, सचिव वरिद्र बत्ता, सह सचिव मनीश गर्ग व कोषाध्यक्ष विनोद सिगला शामिल हुए।

वहीं दूसरी तरफ श्री राम चंद्र कला केंद्र क्लब द्वारा लक्ष्मण मूर्छा व रावण वध का मंचन किया गया। लक्ष्मण जी और वानर सेना द्वारा मेघनाद के साथ युद्ध होता है और उसमें मेघनाद के धनुषबाण में से निकले तीर से लक्ष्मण मूर्छित हो जाते हैं। फिर वहां पर वैद आते हैं और राम जी को कहते हैं कि अगर हमें संजीवनी बूटी मिल जाएगी तो लक्ष्मण जीवित हो जाएंगे। उसके बाद आकाश मार्ग से हनुमान द्वारा संजीवनी बूटी लाना और उसके बाद वह बूटी लक्ष्मण को लगाई जाती है, जिससे वह जीवित हो जाते हैं आदि दृश्य पेश किए गए। इस दौरान मुख्य मेहमान के तौर पर जिला केमिस्ट एसोसिएशन के प्रधान अशोक वालियांवाली व समाजसेवी ज्ञान प्रकाश पहुंचे। लक्ष्मण ने किया रावण के भाई मेघनाद का अंत शहर में करवाई जा रही रामलीलाओं का मंचन सफलतापूवर्क सम्पन्न हो गया। श्रीराम नाटक क्लब व सुभाष ड्रामाटिक क्लब द्वारा करवाई जा रही रामलीलाओं की स्टेज से लक्ष्मण शक्ति का सीन बाखूबी पेश किया गया। जिसके पहले सीन में कुभकंरन को नींद से जगाया गया व कुमार अंगद द्वारा अपना पैर जमाया गया। वहीं अगले सीन में मेघनाद द्वारा लक्ष्मण मूश्रित करना व हनुमान द्वारा वैद्यराज को लाना व संजीवनी बूटी लाने के सीन अहम रहे। अंत में लक्ष्मण द्वारा मेघनाद का सिर काटने का सीन बाखूबी पेश किया गया। इस अवसर पर कलाकार रोहित भारती, अजय टीटू, प्रवीन पीपी, लक्की धीर, नवी जिदल, अस्थानी धीर, साहिल धीर, जीवन मीरपूरिया, अमर पीपी, गजिदर नियारिया, नवी नियारिया, कृष्ण पप्पी, बिट्टू शर्मा, तरसेम कदू, जोगिदर अग्रवाल, सुभाष काकडा, कामरेड रिषी, मास्टर राजेश, सतीश धीर, गोगी, दीपक, भोला शर्मा, अमित, संजीव बबला, दीपक द्वारा अपनी अपनी भूमिका निभाई गई। मंच संचालन रमेश टोनी व अमरनाथ गर्ग द्वारा किया गया।

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