राजा वड़िंग से बोले किसान, राजनेता हमारा साथ नहीं देते
राजा वड़िंग गांव दिओन में भी रुके जहां किसानों ने उनसे कुछ सवाल किए।
बठिडा: राजा वड़िंग गांव दिओन में भी रुके, जहां किसानों ने उनसे कुछ सवाल किए। दाना मंडी में अमरिदर सिंह राजा वड़िंग के आने का पता लगने पर भारतीय किसान यूनियन इकाई प्रधान गुरपाल सिंह, निर्मल सिंह की अगुआवाई में किसान इकट्ठा हो गए। किसानों के साथ बातचीत से पहले राजा वड़िंग ने अपने सुरक्षाकर्मियों को पीछे हटा दिया और किसानों के बीच बातचीत करने पहुंच गए।
किसानों ने कहा कि किसान आंदोलन का साथ राजनीतिक नेता नहीं दे रहे। इस पर राजा ने कहा कि वह किसान आंदोलन की शुरुआत के समय से ही किसानों का साथ दे रहे हैं। वह खुद भी दिल्ली जा चुके हैं, जबकि किसानों द्वारा राजनीतिक नेताओं का विरोध होने के कारण वह किसान धरनों में जाने से परहेज करते हैं। उन्होंने किसान नेताओं को अपील की कि वे लोगों का विरोध करने के बजाय उनको साथ जोड़कर आंदोलन को मजबूत करें। वहीं किसान नेताओं ने कहा कि कृषि कानून कांग्रेस के समय ही तैयार किए गए थे। इस पर राजा ने कहा कि उस समय वह मुकम्मल राजनीति का हिस्सा नहीं थे। राजनीति के सिर्फ विद्यार्थी नेता के तौर पर ही काम कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वे अपने सवाल लिखकर उनके पास भेज दें। वह उन सवालों की जांच पड़ताल के लिए सरकार के खेतीबाड़ी विभाग के मंत्रियों से बात करने की कोशिश करेंगे। साथ ही उन्होंने प्रभावित हुई नरमे फसल के लिए किसानों को मुआवजा देने का भरोसा दिया। मनप्रीत गुट ने बनाई राजा वड़िंग से दूरी, बठिडा दौरे पर नहीं दिखा कोई शहरी नेता नवनिुयक्त ट्रांसपोर्ट मंत्री राजा वड़िंग के बठिडा दौरे के दौरान वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल व राजा वड़िंग की धड़ेबंदी खुल कर सामने आ गई। कोई भी शहरी नेता राजा वड़िंग से मिलने के लिए नहीं पहुंचा, जबकि मनप्रीत विरोधी गुट के बठिडा देहाती के हलका इंचार्ज हरबिदर लाडी व मार्केट कमेटी के चेयरमैन मोहन लाल झुंबा ने उनका स्वागत किया। वीरवार को अमरिदर सिंह राजा वड़िंग चंडीगढ़ से गिद्दड़बाहा जाते हुए बठिडा में रुके थे। मौके पर पीआरटीसी के अधिकारियों के अलावा आरटीए दफ्तर के अधिकारी भी मौजूद थे।