पुलकित ने इंटरनेट मीडिया से दूरी बना कर जेईई मेन में प्राप्त किया आल इंडिया रैंक-1

जेईई मेन में आल इंडिया रैंक एक प्राप्त करने वाले बठिडा के पुलकित गोयल ने विश्व इंजीनियर्ज दिवस पर बठिडा को खास तोहफा दिया है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 16 Sep 2021 05:53 AM (IST) Updated:Thu, 16 Sep 2021 05:53 AM (IST)
पुलकित ने इंटरनेट मीडिया से दूरी बना कर जेईई मेन में प्राप्त किया आल इंडिया रैंक-1
पुलकित ने इंटरनेट मीडिया से दूरी बना कर जेईई मेन में प्राप्त किया आल इंडिया रैंक-1

ज्योति बबेरवाल,बठिडा

जेईई मेन में आल इंडिया रैंक एक प्राप्त करने वाले बठिडा के पुलकित गोयल ने विश्व इंजीनियर्ज दिवस पर बठिडा को खास तोहफा दिया है। पुलकित ने 300 अंकों के साथ 100 पर्सेटाइल प्राप्त कर देश भर में नंबर वन रहने का लक्ष्य पूरा कर लिया है। पुलकित का कहना है कि उसने इंटरनेट मीडिया से दूरी बना कर जेईई की तैयारी की। यह ही वजह है कि उसका पूरा ध्यान अपनी पढ़ाई पर फोकस हो पाया और उसका सपना पूरा हुआ। इससे पहले सेंट जोसफ स्कूल में दसवीं कक्षा में 98.6 प्रतिशत अंक लेकर टाप किया था। वहीं बारहवीं कक्षा में 94.8 प्रतिशत अंक प्राप्त किए। उसके पिता विजय कुमार गोयल एक व्यवसायी हैं जबकि उनकी मां गृहिणी हैं। मां को दिया सफलता का श्रेय पुलकित ने अपनी सफलता का श्रेय अपने पूरे परिवार को दिया। बताया कि उनकी मां ने उसको समय-समय पर मोटिवेट किया, जो कि काफी फायदेमंद साबित हुआ। मां के आशीर्वाद से ही यह रैंक हासिल हो पाया है। साथ परिवार ने भी हमेशा मोटिवेट किया। अगर कभी किसी विषय में अंक कम भी आ जाते थे तो उन्होंने कभी भी बुरा नहीं मनाया, बल्कि और मेहनत करने के लिए प्रेरित किया। अगला लक्ष्य.. आइआइटी मुंबई से कंप्यूटर साइंस ब्रांच में इंजीनियरिग

पुलकित ने बताया कि लाकडाउन में भी सेल्फ स्टडी की है। कभी-कभी वह मनोरंजन के लिए परिवार के साथ समय बिताता था। अब उसका लक्ष्य जेईई एडवांस्ड क्रैक करना और आइआइटी मुंबई से कंप्यूटर साइंस ब्रांच में इंजीनियरिग की पढ़ाई करना है। तैयारी.. दिन में आठ घंटे पूरे फोकस के साथ पढ़ाई

पुलकित ने बताया कि उसने अपना लक्ष्य तय किया था कि जेईई मेन में 100 पर्सेटाइल ही प्राप्त करने हैं। इसके लिए हर दिन आठ से भी ज्यादा घंटे पढ़ाई की और जो भी पढ़ा पूरे फोकस के साथ पढ़ा। इस दौरान इंटरनेट मीडिया से दूरी बनाकर रखी। बहुत जरूरत पड़ने पर ही इसे इस्तेमाल करता था। संदेश.. पढ़ाई को बोझ समझेंगे तो कुछ हासिल नहीं होगा

पुलकित ने कहा कि बच्चे पढ़ाई को बोझ मान लेते हैं और इसके कारण डिप्रेशन में आ जाते हैं। छात्र पढ़ाई करें, लेकिन बोझ मान कर नहीं। अगर आप पढ़ाई को बोझ मान कर चलेंगे तो आपको कुछ भी प्राप्त नहीं होगा। अगर पढ़ाई करते समय आनंद महसूस करेंगे तो आप अपनी मंजिल भी प्राप्त कर लेंगे।

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