बस स्टैंड पर चक्का जाम, यात्री परेशान

पंजाब रोडवेज व पनबस कांट्रैक्ट वर्कर यूनियन की ओर से सोमवार को बस स्टैंड पर बसों का चक्का जाम किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 26 Jul 2021 09:43 PM (IST) Updated:Mon, 26 Jul 2021 09:43 PM (IST)
बस स्टैंड पर चक्का जाम, यात्री परेशान
बस स्टैंड पर चक्का जाम, यात्री परेशान

जागरण संवाददाता, बठिडा: पंजाब रोडवेज व पनबस कांट्रैक्ट वर्कर यूनियन की ओर से सोमवार को बस स्टैंड पर बसों का चक्का जाम किया गया। गत 28 जून को की गई हड़ताल के दौरान पंजाब सरकार के मंत्रियों के साथ मीटिग के आधार पर कोई हल न निकलने पर गुस्साए कर्मियों ने फिर से धरना लगाकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान यात्रियों को काफी परेशान होना पड़ा।

दरअसल, मुलाजिमों ने पहले दोपहर 12 से दो बजे तक प्रदर्शन करने की चेतावनी दी थी, लेकिन सुबह साढ़े आठ बजे ही उन्होंने बस स्टैंड के गेट पर धरना लगा दिया। यहां तक कि पीआरटीसी के अधिकारियों को भी इसकी सूचना नहीं थी। इस दौरान बस स्टैंड से सभी बसों का संचालन रोक दिया गया। इस कारण बस स्टैंड पर पहुंचे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं निजी बस चालकों ने बस स्टैंड के बाहर से बसें चलाई, लेकिन काफी दूर से सवारियां चढ़ाने व उतारने के चलते बुजुर्गो और महिलाओं को खासी परेशानी हुई। इस दौरान करीब 50 बसों का संचालन प्रभावित हुआ। प्रदर्शन के कारण बस स्टैड के चारों ओर जाम लग गया। पुलिस ने ट्रैफिक को डायवर्ट करके जाम खुलवाया।

यूनियन में रोष, प्रपोजल के बाद भी नहीं हुई कोई सुनवाई

प्रदर्शन के दौरान राज्य सरपरस्त कमल कुमार, डिपू प्रधान संदीप सिंह, कुलदीप सिंह, उप प्रधान गुरदीप सिंह ने आरोप लगाया कि गत 28 जून की हड़ताल के दौरान ट्रांसपोर्ट मंत्री ने यूनियन को भरोसा दिया था कि वह 10 दिन में अपनी प्रपोजल बनाकर सरकार को दे दें, जिसके बाद सात दिन में कैबिनेट मीटिग कर इसका हल कर दिया जाएगा। यूनियन द्वारा प्रपोजल बनाकर भी दे दी गई थी, जिसको आज 14 दिन का समय बीत गया है, लेकिन सरकार ने उनकी एक नहीं सुनी। इस कारण उनको बस स्टैंड पर जाम लगाने के लिए मजबूर होना पड़ा। इस दौरान रमनदीप सिंह ने मांग की कि 10 हजार नई बसों को पंजाब रोडवेज व पीआरटीसी में डाला जाए, कच्चे मुलाजिमों को पक्का किया जाए और सरकारी ट्रांसपोर्ट को बढ़ावा दिया।

तीन और चार अगस्त को भी करें चार-चार घंटे हड़ताल यूनियन की ओर से फैसला लिया गया है कि नौ से 11 अगस्त तक तीन दिवसीय हड़ताल कर कैप्टन अमरिदर सिंह या नवजोत सिंह सिद्धू के घर के आगे प्रदर्शन किया जाएगा। इससे पहले तीन व चार अगस्त की दो दिवसीय हड़ताल कर 4-4 घंटे के लिए बस स्टैंड जाम कर पंजाब सरकार का पुतला फूंका जाएगा। इसके अलावा बसों में सरकार के खिलाफ प्रचार कर मंत्रियों का घेराव भी किया जाएगा।

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