एक-दूसरे का करें सम्मान, समाज भलाई के करें काम
सीयूपीबी ने शनिवार को एकता और सत्यनिष्ठा प्रतिज्ञा समारोह का आयोजन किया।
जासं, बठिडा : भारत के लौहपुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की 145वीं जयंती को चिन्हित करने के लिए पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय (सीयूपीबी) ने शनिवार को 'एकता और सत्यनिष्ठा प्रतिज्ञा समारोह' का आयोजन किया। सीयूपीबी के एनएसएस सेल और शारीरिक शिक्षा और खेल विभाग ने कुलपति प्रो. राघवेंद्र पी तिवारी के मार्गदर्शन में राष्ट्रीय एकता दिवस और सतर्कता जागरूकता सप्ताह को मनाने के लिए इस आनलाइन कार्यक्रम का आयोजन किया। इसमें विश्वविद्यालय के संकाय और स्टाफ के सदस्यों ने वीडियो कांफ्रेंसिग प्लेटफार्म के माध्यम से इसमें भाग लिया।
मुख्य भाषण में कुलपति प्रो. राघवेंद्र पी तिवारी ने बताया कि सरदार वल्लभ भाई पटेल ने देश के स्वतंत्रता संग्राम के साथ-साथ देश की रियासतों को भारतीय संघ के रूप में एकजुट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और एक 'अखंड भारत' का निर्माण किया। उन्होंने कहा कि हमें हर दिन एकता और सत्यनिष्ठा की प्रतिज्ञा लेनी चाहिए और अपना काम पूरी ईमानदारी के साथ करना चाहिए। उन्होंने कहा कि पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय हमारे देश की एकता और संप्रभुता को संरक्षित करने के लिए टीम वर्क, समानता, पारदर्शिता और सत्यता की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने बताया कि पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय को 'मिनी इंडिया' के रूप में भी जाना जाता है क्योंकि यहां 28 राज्यों के छात्र, 19 राज्यों के संकाय और 12 राज्यों के स्टाफ सदस्य, शिक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र में उत्कृष्टता के नए मानदंड स्थापित करने के लिए पूर्ण समर्पण के साथ काम कर रहे हैं।
इस अवसर पर डीन छात्र कल्याण प्रो. वीके गर्ग ने अधिकारियों, शिक्षकों और कर्मचारियों को एकता और सत्यनिष्ठा की शपथ दिलाई। कुलसचिव कंवल पाल सिंह मुंदरा ने कार्यक्रम के सुचारू संचालन के लिए आयोजकों की सराहना की। उन्होंने कहा कि हमें एक साथ रहना, एक-दूसरे का सम्मान करना, समाज की भलाई के लिए काम करना आदि जैसे अपने प्राचीन मूल्यों को याद रखना चाहिए और हमेशा अपने भीतर की आवाज को सुनना चाहिए जो सच्चाई और शांति के मार्ग पर चलने के लिए मार्गदर्शन करती है।
इस कार्यक्रम के दौरान, एनएसएस कार्यक्रम समन्वयक प्रो. मोनिषा धीमान ने सतर्कता जागरूकता सप्ताह- 2020 के दौरान करवाई जा रही एनएसएस गतिविधियों का एक विवरण प्रस्तुत किया। इसके बाद सीयूपीबी के सतर्कता अधिकारी प्रो. अंजना मुंशी ने विश्वविद्यालय द्वारा सतर्कता के लिए अपनाई गई विभन्न पहलों को साझा किया। इस कार्यक्रम की शुरुआत में डॉ. एस सेनापति और डा. संजीव मंडारे ने प्रतिभागियों का स्वागत किया और कार्यक्रम का थीम साझा किया। डॉ. प्रीति खेतरपाल ने धन्यवाद ज्ञापन दिया।