सिविल अस्पताल पहुंचा हवा से आक्सीजन बनाने वाला प्लांट
पीएम केयर फंड से हवा में से आक्सीजन तैयार करने वाला प्रेशर स्विग एब्जार्प्शन (पीएसए) प्लांट सिविल अस्पताल पहुंचा गया है।
नितिन सिगला,बठिडा
कोरोना की संभावित तीसरी लहर में आक्सीजन की कमी को दूर करने के लिए पीएम केयर फंड से हवा में से आक्सीजन तैयार करने वाला प्रेशर स्विग एब्जार्प्शन (पीएसए) प्लांट सिविल अस्पताल पहुंचा गया है। एक-दो दिन में इसे इस्टाल कर दिया जाएगा, जिसके बाद जिले में आक्सीजन की कमी नहीं रहेगी।
सिविल अस्पताल के एसएमओ डा. मनिदरपाल सिंह ने बताया कि पीएसए प्लांट के लिए अस्पताल परिसर में ही कमरा बनाया गया है। एक-दो दिन में प्लांट को अस्पताल में डाली गई आक्सीजन पाइप लाइन के साथ जोड़ दिया जाएगा। फिलहाल वर्तमान में एक टन कैपेसिटी का लिक्विड आक्सीजन टैंक इंस्टाल कर अस्पताल के कोविड वार्डों में आक्सीजन की सप्लाई दी जा रही है।
इस आक्सीजन प्लांट से रोजाना करीब 200 से अधिक सिलेंडर भरे जा सकेंगे। यह प्लांट सीधे वातावरण की हवा से आक्सीजन जेनरेट करेगा। डीआरडीओ द्वारा टाटा व ट्राइडन को हस्तांतरित इस टेक्नीक से इंस्टाल होने वाले प्लांट का सक्सेस रेट बहुत अधिक है। सिविल अस्पताल एसएमओ डा. मनिदर पाल सिंह ने बताया कि प्लांट लगाने के लिए अस्पताल परिसर में शेड तैयार हो चुके हैं। प्लांट के भीतर बने चैंबर में हवा गुजारी जाती है। आक्सीजन स्टोर करने का भी प्रबंध है। प्लांट के इंस्टाल होने से प्लांट एक मिनट में 1000 हजार लीटर आक्सीजन पैदा कर सकता है। वातावरण की हवा से सीधे आक्सीजन बनाकर इसके जरिए जहां प्रतिदिन करीब 200 आक्सीजन सिलेंडर भरे जा सकेंगे, वहीं जरूरत पड़ने पर अस्पताल को भी इससे आक्सीजन की सीधी सप्लाई दी जा सकेगी। कोरोना की दूसरी लहर में पहली बार 100 से कम संक्रमित जून माह के पहले सप्ताह में कोरोना संक्रमण हररोज कमजोर होता जा रहा है। वहीं रिकवरी दर बढ़ती जा रही है। पहली बार कोरोना संक्रमण मरीजों की संख्या 100 से भी कम मिली। कोरोना की दूसरी लहर में यह पहली बार है कि जिले में महज 91 कोरोना संक्रमित मिले हैं, जबकि उसके तीन गुने 296 मरीज स्वस्थ हुए हैं। ऐसे में जरूरी है कि लोग अब भी सावधानी बरतें ताकि जल्द से जल्द कोरोना संक्रमण खत्म हो सके।
उधर, संक्रमण की दर भले ही कम हो रही है, लेकिन मृत्यु दर में अभी जारी है। सोमवार को भी जिले में नौ लोगों की मौत कोरोना के कारण हुई है। इसमें सात पुरुष और दो महिलाएं शामिल हैं। सबसे चिता वाली बात यह है कि सात लोग ग्रामीण क्षेत्र से संबंधित थे, जबकि दो मृतक शहरी क्षेत्र के रहने वाले थे। ऐसे में ग्रारमीण एरिया में कोरोना का कहर अभी पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है। जिले में इस वक्त एक्टिव मरीजों की संख्या 1441 ही रह गई है, जिसमें 1325 मरीज होमआइसोलेट हैं और 86 मरीज अनट्रेस हैं।