विद्यार्थियों के पैसों से नए कालेज खोलने की तैयारी ठीक नहीं: एबीवीपी
शिक्षा विभाग के डायरेक्टर ने राज्य के आठ सरकारी कालेजों को पत्र जारी किया है।
संस, बठिडा: शिक्षा विभाग के डायरेक्टर ने राज्य के आठ सरकारी कालेजों को पत्र जारी किया है, जिसमें नए कालेज खोलने के नाम को लेकर फंड मांगा जा रहा है। इन आठ कालेजों में सरकारी महिद्रा कालेज पटियाला, सरकारी रणबीर कॉलेज संगरूर, सरकारी राजिद्रा कालेज बठिडा, एससीडी सरकारी कालेज लुधियाना, सरकारी कालेज गर्ल्स लुधियाना, सरकारी कालेज रोपड़, सरकारी कालेज नंगल, सरकारी बरजिदरा कालेज फरीदकोट शामिल हैं।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के पूर्व प्रदेश मंत्री व संगठन सचिव सौरव कपूर ने जानकारी देते हुए बताया कि शिक्षा विभाग ने इन सरकारी कालेजों को जारी पत्र में कहा गया है कि पंजाब में नए सरकारी कालेज खोलने जा रहे हैं। इसलिए जिन सरकारी कालेजों में पेरेंट्स टीचर एसोसिएशन (पीटीए), हायर एजुकेशन इंस्टिट्यूशन सोसायटी (एचईआइएस) या अन्य फंड जिसमें पांच लाख रुपये से अधिक राशि उपलब्ध है, वह राशि डीपीआइ के हायर एजुकेशन फंड में ट्रांसफर किए जाए। सौरभ कपूर ने यह भी कहा कि यह सब बड़े कालेज हैं और इन कालेजों में हर विद्यार्थी से हर साल 3000 रुपये पीटीए फंड लिया जा रहा है। यह फंड विद्यार्थियों के वेलफेयर के लिए प्रयोग होता है। इसी तरह एचईआइएस फंड विद्यार्थियों से दाखिले के समय लिया जाता है, जो सेल्फ फाइनेंस होता है। सरकार की तरफ से कोई दूसरी आर्थिक मदद भी नहीं मिलती। इसलिए इस तरह नए कालेज खोलने की तैयारी ठीक नहीं है। सरकार विद्यार्थियों से लिए गए फंड को कहीं और नहीं लगा सकती। यह फैसला विद्यार्थी हित के लिए ठीक नहीं है। विद्यार्थी परिषद इसका सख्त विरोध करती है। अगर ये बात नही मानी तो विद्यार्थियों के साथ प्रदर्शन भी करेगी।