चार गांवों के लोगों ने किया जेल का घेराव
बठिडा की आधुनिक केन्द्रीय जेल के बाहर चार गांवों के लोगों ने धरना देकर दोनो ओर से रास्ते बंद कर दिए।
जासं,बठिडा: बठिडा की आधुनिक केन्द्रीय जेल के बाहर चार गांवों के लोगों ने धरना देकर दोनो ओर से रास्ते बंद कर दिए। उन्होंने मांग की कि जेल प्रबंधकों द्वारा लगवाए गए जैमर बंद किए जाएं। उसकी वजह से गांवों का नेटवर्क प्रभावित हो रहा है। इससे पहले उन्होंने 23 अप्रैल को भी धरना दिया था। तब तहसीलदार द्वारा उन्हें आश्वासन दिया गया था कि जल्द ही उनकी समस्या का हल करेंगे, लेकिन हुआ नहीं।
केंद्रीय जेल के नजदीक वाले गांव गोबिदपुरा, भोखड़ा, ख्यालीवाला, जोगानंद के लोगों को पिछले एक महीने से नेटवर्क की दिक्कत आ रही है। जेल प्रबंधकों ने जेल में बैठे कुख्यात गैंगस्टों व अन्य कैदियों से लगातार मिल रहे मोबाइल नेटवर्क को भेदने के लिए यहां जैमर लगवाए थे, लेकिन इसका असर गांवों पर भी पड़ा। इन गांवों के सरपंचों सहित अन्य लोगों ने इसका विरोध किया। प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व करने वाले गुरचरन सिंह ने बताया कि जिला प्रशासन को इस संबंधी कई बार शिकायतें भी दी गई, लेकिन फिर भी समाधान नहीं हुआ। गांव वासी चाहते हैं कि इन टावरों को पुन: चलाया जाए और जेल में मिलने वाले मोबाइलों की जिम्मेवारी जेल अधिकारियों पर ही डाली जाए।
उधर, जेल के सुपरिेंटेंडेंट मनजीत सिंह ने कहा कि जेल में 1750 कैदी हैं। कैदियों से मिलने वाले मोबाइलों की वजह से सरकार द्वारा इन टावरों को बंद करवाया गया है। अब तक जेल के अंदर कोई जैमर नहीं लगाया गया, केवल टावर ही बंद किए गए हैं। इन्हें चालू करना उनके लेवल की बात नहीं। वह उनकी मांग को जिलाधीश तक पहुंचा सकते हैं।