ओटीएस बेअसर, 10 हजार में से 530 कनेक्शन ही रेगुलर
घर या दुकान पर सीवरेज या वाटर सप्लाई का कनेक्शन रेगुलर करवाने के लिए दो दिन ही बचे हैं।
नितिन सिगला, बठिडा
घर या दुकान पर सीवरेज या वाटर सप्लाई का कनेक्शन रेगुलर करवाने के लिए दो दिन ही बचे हैं। 24 नवंबर यानि बुधवार तक आप पंजाब सरकार की वन टाइम सेटलमेंट स्कीम (ओटीएस) का फायदा ले सकते हैं, जबकि 25 नवंबर के बाद कनेक्शन तो रेगुलर हो जाएंगे, लेकिन आपको रोड कटिग चार्जेज, मीटर की पासिग, प्लंबरिग के प्रोसीजन फीस समेत बकाया पुराना बिल भी भरना पड़ेगा। फिल्हाल ओटीएस में इन सब में छूट है। इसके तहत 125 गज प्लाट वाले महज 200 रुपये फीस भरकर अपने अवैध कनेक्शनों को रेगुलर करवा सकेंगे।
गौरतलब है कि स्थानीय निकाय विभाग ने कनेक्शन रेगुलराइज कराने के लिए वन टाइम सेटलमेंट स्कीम का नोटिफिकेशन अगस्त 2021 को जारी करते हुए बड़ी राहत दी थी, लेकिन इस स्कीम की आखिरी तारीख 24 नवंबर है। नोटिफिकेशन में साफ लिखा है कि 24 नवंबर के बाद जिनका भी अवैध कनेक्शन पकड़ में आएगा, उसे पुराने रेट के अनुसार 100 फीसद जुर्माना लगेगा। इसके बावजूद भी लोग अपने कनेक्शन रेगुलर करवाने में ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं। हालात यह हैं कि बठिडा सिटी में निगम के रिकार्ड में 40 हजार के करीब सीवरेज-पानी के कनेक्शन है, जिसमें करीब 10 हजार से ज्यादा डिफाल्टर ऐसे हैं, जिन्होंने पानी-सीवरेज का कनेक्शन अभी तक रेगुलाइज ही नहीं करवाया है। ओटीएस के बावजूद पूर्व तीन माह में महज 530 लोगों ने इसका फायदा उठाया है। ऐसे में बठिडा सिटी में 10 हजार के करीब अवैध कनेक्शन चल रहे है। 15 दिन का नोटिस देते हुए की जाएगी कार्रवाई सरकार की स्कीम का अभी जिन लोगों ने लाभ नहीं लिया है, उन्हें भविष्य में काफी परेशानियां झेलनी पड़ेंगी। सरकार ने सख्त आदेश जारी किए हैं कि स्कीम का समय निकलने के उपरांत सीधे विभागीय एक्शन लिया जाएगा। उसी के तहत अवैध कनेक्शनों को कट करते हुए उनसे पिछले सालों का भी पैसा पुराने रेट के अनुसार वसूल किया जाएगा। निगम ने इसके लिए सूचियां तैयार कर ली हैं, सिर्फ स्कीम के खत्म होने का इंतजार है। जो लोग अप्लाई नहीं करेंगे, उन्हें 15 दिन का नोटिस देते हुए कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी। करीब नौ हजार से ज्यादा ऐसे लोग हैं, जिनकी तरफ से अभी तक पानी-सीवरेज का कनेक्शन रेगुलर ही नहीं करवाया गया है। आठ जोन में 10 हजार के करीब अवैध कनेक्शन शहर को आठ जोन में बांटा हुआ है। इनमें 33402 सीवरेज और 34694 पानी के कनेक्शन हैं, जोकि रेगुलर हैं, जबकि 24 हजार 500 कनेक्शन ऐसे हैं जिनका रकबा 125 वर्ग गज से कम है। इनमें निगम बिलों की वसूली नहीं करता है। इसके कारण निगम साढ़े 35 हजार कनेक्शनों को बिल भेजता है। इसमें ज्यादा तर लोग ऐसे है, जोकि सालों से अपना बिल नहीं भर रहे। इसके कारण निगम का करोड़ों रुपये बकाया सीवरेज-पानी बिलों का पड़ा है। वहीं निगम द्वारा करवाए जीईएस सर्वे (जियोग्राफिक इंफर्मेशन सिस्टम) में सीवरेज-पानी के लगभग 10 हजार कनेक्शन अवैध होने की बात सामने आई थी। हर एक जोन में 1500 से 2000 सीवरेज-पानी के कनेक्शन लंबे समय से अवैध तरीके से चल रहे हैं। नई ओटीएस की योजना 25 अगस्त 2021 से शुरू हुई थी। जिन लोगों का वाटर-सीवरेज कनेक्शन रेगुलर नहीं हैं, वे 24 नवंबर तक इसका लाभ ले सकते हैं। इसके बाद स्कीम के तहत अप्लाई नहीं किया जा सकेगा और 100 फीसद जुर्माना लगेगा। इसके अलावा छह महीने में भी अप्लाई नहीं किया गया तो बाद में निगम की तरफ से ओटीएस से पहले के रेट के अनुसार 100 फीसद जुर्माने और साथ ब्याज लगाते हुए कनेक्शन बंद कर दिया जाएगा।
-बिक्रमजीत सिंह शेरगिल, कमिश्नर नगर निगम बठिडा।