चंडीगढ़ में बैठक का आश्वासन मिलने पर वित्तमंत्री का विरोध कार्यक्रम किया स्थगित

स्थायी करने की मांग को लेकर लंबे समय से संघर्षरत विभिन्न विभागों के ठेका कर्मचारियों ने 28 जुलाई को चंडीगढ़ में वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल के साथ मीटिग का आश्वासन पर एक बार विरोध का कार्यक्रम स्थगित कर दिया है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 25 Jul 2021 05:24 PM (IST) Updated:Sun, 25 Jul 2021 05:24 PM (IST)
चंडीगढ़ में बैठक का आश्वासन मिलने पर वित्तमंत्री का विरोध कार्यक्रम किया स्थगित
चंडीगढ़ में बैठक का आश्वासन मिलने पर वित्तमंत्री का विरोध कार्यक्रम किया स्थगित

जागरण संवाददाता, बठिडा : स्थायी करने की मांग को लेकर लंबे समय से संघर्षरत विभिन्न विभागों के ठेका कर्मचारियों ने 28 जुलाई को चंडीगढ़ में वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल के साथ मीटिग का आश्वासन पर एक बार विरोध का कार्यक्रम स्थगित कर दिया है। अब ठेका कर्मचारियों का संघर्ष चंडीगढ़ में होने वाली बैठक में निकलने वाले नतीजे पर निर्भर करेगा। ठेका मुलाजिम संघर्ष मोर्चा ने रविवार को फिर से वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल का घेराव करने का कार्यक्रम बनाया था। वित्तमंत्री मनप्रीत बादल खेता सिंह बस्ती में एक कार्यक्रम करने के लिए पहुंचे थे। उनका विरोध करने के लिए विभिन्न विभागों के ठेका कर्मचारी भी पास में ही स्थित पावरकाम के पश्चिम जोन के चीफ इंजीनियर के कार्यालय परिसर में इकट्ठा हो गए थे। ठेका कर्मियों की बड़ी गिनती तो देखते हुए वहां पर काफी संख्या में पुलिस कर्मचारियों को भी तैनात कर दिया। नायब तहसीलदार कमलजीत सिंह व डीएसपी आसवंत सिंह ने ठेका मुलाजिम संघर्ष मोर्चा के नेताओं से बातचीत की। इस दौरान अधिकारियों ने 28 जुलाई को चंडीगढ़ में वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल के निवास पर उनकी बैठक कराने का आश्वासन दिया। इस उपरांत ठेका मुलाजिम संघर्ष मोर्चा की ओर से वहीं पर रोष रैली की गई। जहां पर जगरूप सिंह, गुरविदर सिंह पन्नू, वरिदर सिंह बीबीवाला, जगसीर सिंह भंगू, सेवक सिंह दंदीवाल, संदीप खान, जगजीत सिंह बराड़, अमरीक सिंह महराज, हरजिदर सिंह बराड़ ने कहा कि पिछले करीब 20 वर्षो से हजारों कर्मचारी विभिन्न विभागों में ठेके पर काम कर रहे हैं। पूर्व सरकार ने उन्हें पक्का करने के लिए एक्ट भी बनाया था। लेकिन सत्ता परिवर्तन के बाद मौजूदा कांग्रेस सरकार ने उस एक्ट को लागू नहीं किया। अगर 28 जुलाई की बैठक में उन्हें पक्का करने का कोई आश्वासन नहीं मिलता तो वित्तमंत्री मनप्रीत बादल का इसी तरह से विरोध जारी रहेगा।

chat bot
आपका साथी