दिल्ली व हिसार जाने वाली बसों पर अब 'अग्रोहा धाम' भी लिखना होगा

बठिडा पीआरटीसी के डिपो से अब दिल्ली व हिसार जाने वाली बसों के बोर्ड पर अग्रोहा धाम भी लिखना होगा।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 23 Sep 2021 09:08 PM (IST) Updated:Thu, 23 Sep 2021 09:08 PM (IST)
दिल्ली व हिसार जाने वाली बसों पर अब 'अग्रोहा धाम' भी लिखना होगा
दिल्ली व हिसार जाने वाली बसों पर अब 'अग्रोहा धाम' भी लिखना होगा

जागरण संवददाता, बठिडा: बठिडा पीआरटीसी के डिपो से अब दिल्ली व हिसार जाने वाली बसों के बोर्ड पर 'अग्रोहा धाम' भी लिखना होगा। इस संबंध में पीआरटीसी पटियाला के आपरेशनल जनरल मैनेजर ने पत्र जारी किया है।

पत्र में स्पष्ट किया गया है कि अग्रवाल समाज सभा मोगा पंजाब के प्रधान अजय कांसल ने विभाग को पत्र लिखा था कि अग्रोहा धाम के लिए बसों को चलाया जाए। क्योंकि हरियाणा में स्थित अग्रोहा धाम में अग्रवाल समाज का मंदिर बना हुआ है, जिसके चलते वहां पर समाज के लोग जाते हैं। इसके आधार पर बसों के आगे अग्रोहा धाम भी लिखने के लिए पत्र जारी किया गया है। पत्र में यह भी बताया गया है कि बठिडा डिपो से बठिडा-हिसार व बठिडा दिल्ली के लिए दो बसें, बुढलाडा डिपो से बुढलाडा-हिसार व बुढलाडा-दिल्ली और पटियाला डिपो से पटियाला-अग्रोहा धाम के लिए एक बस वाया अग्रोहा धाम के लिए चलाई जा रही है। वहीं उक्त रूटों पर चलने वाली बसों के रूट बोर्ड पर अग्रोहा धाम लिखने के लिए डिपुओं के अधिकारियों को भी सूचित कर दिया गया है। उधर, राज्य का सीएम बदलने के बाद पंजाब रोडवेज व पीआरटीसी के कच्चे मुलाजिमों ने एक बार फिर से हड़ताल पर जाने की तैयारी कर ली है। पंजाब सरकार के साथ 14 सितंबर को हुई मीटिग में मानी हुई मांगों को लागू करने के लिए आठ दिन का समय बीत जाने के बाद भी कोई समाधान न होने पर संघर्ष करने का ऐलान किया है। इस संबंध में यूनियन की राज्य कमेटी की मीटिग जालंधर में हुई। जिसमें संघर्ष की तैयारी करते हुए 24 सितंबर को दो घंटों के लिए बस स्टैंड जाम करने का ऐलान किया है।

इससे पहले यूनियन की ओर से 6 सितंबर से 14 सितंबर तक बसों का चक्का जाम कर मुकम्मल हड़ताल की थी। जिस दौरान पंजाब सरकार ने मुलाजिमों को आश्वासन दिया था कि 10 साल से काम कर रहे मुलाजिमों को पक्का करने के अलावा हर एक मुलाजिम के वेतन में 30 फीसद की बढ़ोतरी की जाएगी। इसके अलावा पंजाब रोडवेज की तर्ज पर पीआरटीसी के मुलाजिमों का भी 2500 रुपये वेतन बढ़ाया जाएगा। इसके लिए सरकार ने आठ दिन का समय मांगा था। लेकिन इस दौरान सीएम के बदल जाने व सरकार की तरफ से दिया गया समय भी खत्म हो जाने के बाद मुलाजिमों ने संघर्ष का ऐलान कर दिया है। यूनियन नेताओं का आरोप है कि बेशक पंजाब का सीएम बदल गया है। लेकिन उनकी कुछ मांगें विभागीय स्तर पर भी पूरी हो सकती हैं, जिनको अब जान बूझकर लटकाया जा रहा है।

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