उड़िया बस्ती में एंबुलेंस, फायर बिग्रेड की गाड़ी पहुंचने का नहीं है रास्ता, डीसी को नोटिस

नहर के पार बसी उड़िया बस्ती में रहने वाले करीब 600 से ज्यादा लोग हर समय मुसीबत के साय में रह रहे हैं। उड़िया बस्ती में किसी भी एंबुलेंस या फायर बिग्रेड की गाड़ी के जाने का रास्ता नहीं है तो ऐसे में इमरजेंसी पड़ जाने पर लोगों की जान पर बन आती है। इस संबंधी समाजसेवी संस्था नौजवान वेलफेयर सोसायटी बठिडा के अध्यक्ष सोनू माहेश्वरी की शिकायत पर मानवाधिकार आयोग ने शिकायत दर्ज कर बठिडा के डीसी को रिपोर्ट भेजने संबंधी नोटिस जारी कर दिया है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 07 Oct 2021 06:50 AM (IST) Updated:Thu, 07 Oct 2021 06:50 AM (IST)
उड़िया बस्ती में एंबुलेंस, फायर बिग्रेड की गाड़ी पहुंचने का नहीं है रास्ता, डीसी को नोटिस
उड़िया बस्ती में एंबुलेंस, फायर बिग्रेड की गाड़ी पहुंचने का नहीं है रास्ता, डीसी को नोटिस

जागरण संवाददाता, बठिडा : नहर के पार बसी उड़िया बस्ती में रहने वाले करीब 600 से ज्यादा लोग हर समय मुसीबत के साय में रह रहे हैं। उड़िया बस्ती में किसी भी एंबुलेंस या फायर बिग्रेड की गाड़ी के जाने का रास्ता नहीं है तो ऐसे में इमरजेंसी पड़ जाने पर लोगों की जान पर बन आती है। इस संबंधी समाजसेवी संस्था नौजवान वेलफेयर सोसायटी बठिडा के अध्यक्ष सोनू माहेश्वरी की शिकायत पर मानवाधिकार आयोग ने शिकायत दर्ज कर बठिडा के डीसी को रिपोर्ट भेजने संबंधी नोटिस जारी कर दिया है।

नौजवान वेलफेयर सोसायटी बठिडा के अध्यक्ष सोनू महेश्वरी ने मानवाधिकार आयोग को शिकायत भेज बताया कि बठिडा शहर में करीब 600 लोगों का एक समूह ऐसी जगह पर रहता है जो बठिडा की आवाजाही से बिल्कुल कटा हुआ है, बठिडा शहरी एरिया में जनता नगर के समीप उड़िया बस्ती नाम से जाने जाना वाला एक एरिया जो थर्मल को बैक साइड जनता नगर के समीप सरहिद नहर के दूसरे किनारे पर स्थित है। इस बस्ती में 200 के करीब परिवार हैं जो पिछले करीब 50 सालों से बठिडा में रह रहे हैं व यहां इस बस्ती में झुग्गियां बना कर रह रहे हैं। यहां के लोगों के पास राशन कार्ड, आधार कार्ड, बिजली कनेक्शन, वोटर कार्ड भी बने हुए हैं।

इस बस्ती में जाने के लिए नहर के एक किनारे से दूसरे किनारे तक मात्र चार फुट चौड़ा पुल बना हुआ है। इस पुल से कोई भी चारपहिया वाहन नहीं गुजर सकता, जिसके कारण किसी मेडिकल एमरजेंसी में यहां एंबुलेंस नहीं जा सकती व न ही आगजनी आदि की घटना पर फायर बिग्रेड की गाड़ी इस एरिया में आ सकती है। इस एरिया की आबादी में रोजाना की तरह मेडिकल इमरजेंसी के लिए एंबुलेंस आदि की जरूरत पड़ने पर भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। वहीं कई बार इस एरिया में आग लग जाने पर फायर ब्रिगेड की गाड़ियां न पहुंच पाने के कारण भारी नुकसान हुआ है। मानवाधिकार आयोग की जस्टिस निर्मलजीत कौर, अविनाश कौर ने इस संबंधी शिकायत नंबर 2159/2/2021 दर्ज कर डीसी बठिडा को नोटिस जारी कर मामले की अगली सुनवाई से पहले रिपोर्ट भेजने को कहा है। मामले की अगली सुनवाई 17 दिसंबर को निर्धारित की गई है।

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