सीएम ने दौरा कर नरमा की फसल का मुआवजा देने का दिया था आश्वासन, अभी तक नहीं मिला, किसान आज से देंगे धरना

गुलाबी सुंडी के हमले के कारण नरमा की खराब हुई फसल का मुआवजा लेने के लिए किसान यूनियन के नेता सोमवार से बठिडा में पक्का धरना लगाएंगे। किसानों का आरोप है कि गुलाबी सुंडी ने सारी फसल को खराब कर दिया है। इसको लेकर सीएम चरणजीत सिंह चन्नी भी बठिडा का दौरा कर चुके हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 24 Oct 2021 10:19 PM (IST) Updated:Sun, 24 Oct 2021 10:19 PM (IST)
सीएम ने दौरा कर नरमा की फसल का मुआवजा देने का दिया था आश्वासन, अभी तक नहीं मिला, किसान आज से देंगे धरना
सीएम ने दौरा कर नरमा की फसल का मुआवजा देने का दिया था आश्वासन, अभी तक नहीं मिला, किसान आज से देंगे धरना

जागरण संवाददाता, बठिडा : गुलाबी सुंडी के हमले के कारण नरमा की खराब हुई फसल का मुआवजा लेने के लिए किसान यूनियन के नेता सोमवार से बठिडा में पक्का धरना लगाएंगे। किसानों का आरोप है कि गुलाबी सुंडी ने सारी फसल को खराब कर दिया है। इसको लेकर सीएम चरणजीत सिंह चन्नी भी बठिडा का दौरा कर चुके हैं। इनके द्वारा किसानों को मुआवजा देने का एलान भी किया गया। आज तक किसानों को खराब हुई फसल का कोई मुआवजा नहीं मिला, जिस कारण अब वह संघर्ष करेंगे।

दूसरी तरफ डीसी अरविदपाल सिंह संधू भी दो दिन पहले गुलाबी सुंडी के कारण खराब हुई नरमे की फसल की गिरदावरी का काम जल्द मुकम्मल करने के लिए अधिकारियों को आदेश दे चुके हैं। शुक्रवार की देर शाम को जिले के संबंधित एसडीएम व माल अफसरों के साथ मीटिग भी की थी। इस दौरान उनको हिदायत दी कि वह संबंधित पटवारियों व कानूनगो के साथ हर हालत में गुलाबी संडे के कारण खराब हुई नरमे की फसल की गिरदावरी करवाएं। वहीं किसान यूनियन के नेता धरना लगाने को लेकर तैयारियों में जुट गए हैं। यहां तक कि फसल के खराब होने के कारण बठिडा व मानसा में नौ किसान आत्महत्याएं भी कर चुके हैं। जिनमें से जिला मानसा के गांव मूसा के किसान गुरप्रीत सिंह ने तो दो दिन पहले ही खुदकुशी की है। अब किसान संघर्ष के रास्ते पर चल पड़े हैं।

नकली कीटनाशक व बीज देने वाली कंपनियों के खिलाफ बैठक

नकली कीटनाशक व बीज देने वाली कंपनियों पर कार्रवाई करवाने की मांग को लेकर भारतीय किसान यूनियन उगराहां की ओर से राज्य सचिव शिगारा सिंह मान की अगुआई में बैठक की गई। इस दौरान किसानों ने कहा कि इस बार गुलाबी सुनने में नरमे की फसल को पूरी तरह से खत्म कर दिया है। इसके अलावा पहले बारिश के कारण ज्यादा पानी जमा होने से नरमे की फसल खराब हो चुकी थी। लेकिन अब किसानों के आर्थिक हालात इतने ज्यादा बुरे हो गए हैं कि वह नुकसान यह नुकसान सहन नहीं कर सकते। जिसके चलते मीटिग में फैसला लिया गया कि अब डीसी दफ्तर के आगे पक्का धरना लगाया जाएगा। उन्होंने चेतावनी दी कि जब तक किसानों को उचित मुआवजा नहीं मिल जाता तब तक उनका संघर्ष जारी रहेगा।

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