बेदर्द मां! जन्म के बाद बच्ची को गली में फेंका

मां..। दुनिया का सबसे खूबसूरत शब्द। मां यानी ममता। मां जो अपने बच्चों

By JagranEdited By: Publish:Wed, 23 Jun 2021 10:01 PM (IST) Updated:Wed, 23 Jun 2021 10:01 PM (IST)
बेदर्द मां! जन्म के बाद बच्ची को गली में फेंका
बेदर्द मां! जन्म के बाद बच्ची को गली में फेंका

जागरण संवाददाता, बठिडा : मां..। दुनिया का सबसे खूबसूरत शब्द। मां यानी ममता। मां जो अपने बच्चों को हर कष्ट से बचाती है, लेकिन यहां बुधवार को मां का दूसरा रूप ही देखने को मिला। बेदर्द मां। जन्म के बाद बच्ची को गली में मरने के लिए छोड़ दिया। बच्ची के रोने की आवाज सुनकर आवारा कुत्ते भी आसपास मंडराने लगे थे। तभी वहां से गुजर रहे व्यक्ति बीरबल दास की नजर नवजात पर पड़ी और उसने कुत्तों को भगाकर बच्ची की जान बचाई। फिर बच्ची को अस्पताल पहुंचाया। अब बच्ची सिविल अस्पताल में दाखिल है।

बीरबल दास ने बताया कि वह धोबियाना बस्ती में किसी काम से गए थे। गली नंबर चार में बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी। जब वह पास गए तो नवजात बच्ची को गली में लावारिस छोड़ दिया गया था और वहां आसपास कुत्ते भी घूम रहे थे। उसने कुत्तों को भगाया। इस दौरान लोग भी इकट्ठा हो गए और समाजसेवी संस्था सहारा जनसेवा को फोन किया। संस्था के सदस्यों को जब आने में देर हुई तो वह बच्ची को किसी के साथ स्कूटी पर ही लेकर निजी अस्पताल पहुंच गए। वहां से उसे सरकारी अस्पताल भेज दिया गया। वहीं सहारा जनसेवा के कार्यकर्ता संदीप गिल ने बताया कि बच्ची को अस्पताल में दाखिल करवाया गया है।

पंगूड़े का भी नहीं लिया सहारा

सरकार ने जिले में दो पंगूड़े भी बनाए हैं। एक महंत गुरबंता दास स्कूल और दूसरा अनंत अनाथ आश्रम नथाना में चल रहा है। इसके बावजूद निर्दयी लोगों ने बच्ची को गली में ही मरने के लिए फेंक दिया। हालांकि इन पंगूड़ों में कई बच्चे आ चुके हैं, जिनको आगे जिला बाल सुरक्षा दफ्तर की ओर से कागजी कार्रवाई के बाद गोद देने की प्रक्रिया शुरू की जाती है।

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