अब 500-500 ग्राम के पैकेट में मिलेगा सिरकी बाजार गोशाला का दूध

शहर की सिरकी बाजार गोशाला की तरफ से बेचे जाना वाला गाय का दूध अब 500-500 ग्राम के पैकेट में लोगों के घरों तक पहुंचा जाएगा

By JagranEdited By: Publish:Sun, 17 Oct 2021 02:16 AM (IST) Updated:Sun, 17 Oct 2021 02:16 AM (IST)
अब 500-500 ग्राम के पैकेट में मिलेगा सिरकी बाजार गोशाला का दूध
अब 500-500 ग्राम के पैकेट में मिलेगा सिरकी बाजार गोशाला का दूध

जांस, बठिंडा: शहर की सिरकी बाजार गोशाला की तरफ से बेचे जाना वाला गाय का दूध अब 500-500 ग्राम के पैकेट में लोगों के घरों तक पहुंचा जाएगा ताकि लोगों को किसी भी प्रकार की समस्या ना सके। इसके लिए गोशाला के अंदर ही मिल्क पैकिग यूनिट स्थापित किया गया है। दस लाख रुपये की लागत से लगाए गए इस पैकिग यूनिट का उद्घाटन रविवार को राज्य के वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल की तरफ से किया जाएगा। इसके बाद से गोशाला की तरफ से केवल दूध के पैकेट ही घरों पर पहुंचाए जाएंगे।

गोशाला के महासचिव साधु राम कुसला ने बताया कि सिरकी बाजार गोशाला से रोजाना आठ क्विटल दूध प्रतिदिन लोगों के घरों में सप्लाई किया जाता है। इसके तहत गोशाला के वर्कर डोर टू डोर जाकर बर्तनों में दूध दिया जाता है, लेकिन अब दूध के पैकेट बनाकर दिए जाएंगे। इसके लिए गोशाला में लगाए गए मिल्क पेकिग यूनिट में 500-500 ग्राम के दूध के पैकेट बनाकर बांटे जाएंगे। इस यूनिट को स्थापित करने के लिए सभी प्रकार की प्रकिया पूरी कर ली गई है, जबकि संबंधित विभागों से भी मंजूरी ली जा चुकी है। उन्होंने बताया कि प्रदेश की पहली गोशाला में होगी, जहां पर मिल्क पैकिग यूनिट स्थापित होगा। थ्री लेअर प्लांट में सुनिश्चित होगी स्वच्छता लगभग 10 लाख रुपये की लागत से स्थापित प्लांट को थ्री लेअर बनाया गया है, जहां कार्यरत दो मुलाजिमों के अलावा किसी अन्य को दाखिल होने की इजाजत नहीं होगी। चुगाई के बाद दूध के बर्तन प्लांट के मेन गेट पर मुलाजिम रखेंगे, प्लांट में काम करने वाले दो कर्मचारी ही आगे बल्क मिल्क यूनिट में भरेंगे। बल्क मिल्क यूनिट से दूध पैकेजिग प्लांट में भेजा जाएगा जहां से आधा-आधा किलो के पैकेट तैयार होंगे जोकि कैरेट में रखकर बाहर खड़े व्यक्ति को गिनकर सप्लाई के लिए दिए जाएंगे। यह दूध कामर्शियल सेल प्वाइंटों पर नहीं बेचा जाएगा। श्री गोशाला की ओर से वर्तमान में सुबह-शाम दो समय आठ क्विटल दूध की सप्लाई दी जाती है। अब दूध की सप्लाई भी तीन अलग-अलग टैम्पो के जरिए की जाएगी जबकि साइकिल पर सप्लाई देने वाले छह ग्वालों की सेवाएं वाहनों के जरिए सप्लाई में लगाई जाएंगी। पहले की तरह पर्चियां ग्राहकों को एडवांस में लेनी होगी और उन्हीं पर्चियों पर ही दूध मिलेगा।

chat bot
आपका साथी