वित्तमंत्री के संगत दर्शन में बोले लोग, घपले अफसर करदे ने परेशान असीं हुंदे आं

संगत दर्शन समागम के दौरान ज्यादातर लोगों की तरफ से एनहासमेंट की राशि को लेकर वित्तमंत्री से चर्चा की गई।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 11 Sep 2021 05:30 AM (IST) Updated:Sat, 11 Sep 2021 05:30 AM (IST)
वित्तमंत्री के संगत दर्शन में बोले लोग, घपले अफसर करदे ने परेशान असीं हुंदे आं
वित्तमंत्री के संगत दर्शन में बोले लोग, घपले अफसर करदे ने परेशान असीं हुंदे आं

जागरण संवाददाता, बठिडा: 'मंत्री जी घपले अफसर करदे ने ते परेशान लोक हुंदे ने' यह बात नगर सुधार ट्रस्ट के दफ्तर में वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल की ओर से किए गए संगत दर्शन समागम में अपनी शिकायत लेकर पहुंचे एक शिकायतकर्ता ने की। वह पिछले साढ़े चार से ट्रस्ट से खरीदे एक प्लाट को अपने नाम करवाने के लिए भटक रहा है। इसके अलावा एक अन्य शिकायतकर्ता ने जब अपनी समस्या को बताते हुए ट्रस्ट के एसई को बुलाने की बात की तो वित्तमंत्री भड़क गए, जिन्होंने उसकी बात को सुनने से भी मना कर दिया। संगत दर्शन समागम के दौरान ज्यादातर लोगों की तरफ से एनहासमेंट की राशि को लेकर वित्तमंत्री से चर्चा की गई।

संगत दर्शन समागम के दौरान लोगों की तरफ से ट्रस्ट की कालोनियों के अलाटियों को एनहासमेंट की राशि डाले जाने का विरोध किया गया। इस दौरान अलाटी नारायण गर्ग ने बताया कि उनके द्वारा मनमोहन कालिया एंक्लेव में फ्लैट लिया हुआ है, जिसका 2013 में कब्जा देना था। नियमों के अनुसार अगर कब्जा नहीं दिया जाता तो ट्रस्ट अलाटी को 10 हजार रुपये किराया देगा, लेकिन उनको किराया देना तो दूर, ऊपर से एनहासमेंट की राशि की ओर मांग की गई। इसके अलावा अन्य कालोनियों के लोगों द्वारा भी एनहासमेंट की डाली जा रही राशि के अलावा एनओसी जारी न होने की बात की। इस पर वित्तमंत्री ने एनहासमेंट की राशि का हल करने के लिए सचिव से बात कर समाधान का भरोसा दिया।

इसी प्रकार शिकायतकर्ता शाम लाल ने बताया कि उसने किसी अन्य व्यक्ति से 2017 में प्लाट खरीदा था, लेकिन आज तक यह उसके नाम नहीं हुआ। इस पर वित्तमंत्री बादल को ट्रस्ट के चेयरमैन केके अग्रवाल ने बताया कि इसमें अलाटी की कोई गलती नहीं है, यह सारा कुछ अधिकारियों के कारण हुआ है, लेकिन अब इसकी समस्या का हल कर दिया जाएगा। वहीं चेयरमैन अग्रवाल ने ज्यादातर काम न होने के लिए ट्रस्ट की ही गलती को बताया, जिसको धीरे धीरे सुधारने की बात भी की।

वहीं एक शिकायतकर्ता ने अपनी समस्या बताई। वह ट्रस्ट के कारनामों से इतना ज्यादा गुस्सा था कि उसने वित्तमंत्री को कहा, इसके लिए एसई को बुलाकर पूछ लिया जाए, लेकिन उसका यह बात करने का लहजा मनप्रीत को पसंद नहीं आया, जिसके बाद उन्होंने शिकायतकर्ता की बात सुनने से ही मना कर दिया। इस पर चेयरमैन अग्रवाल ने उसको भरोसा दिया कि उसकी समस्या को बाद में हल कर दिया जाएगा, जिसके बाद वह बाहर आ गया। लेकिन इसके बाद मौके पर तैनात अन्य कांग्रेसी नेताओं ने वहां पर खड़े मीडिया कर्मियों को भी यह बोलकर बाहर भेज दिया कि वह इसका प्रेसनोट जारी करेंगे। भीड़ ज्यादा हुई तो सुनी सिर्फ ट्रस्ट के लोगों की समस्याएं नगर सुधार ट्रस्ट के दफ्तर में जब अपनी शिकायतें लेकर पहुंचे लोगों की भीड़ ज्यादा हो गई तो वहां पर तैनात कांग्रेस नेताओं ने यह ऐलान कर दिया कि जिन लोगों की ट्रस्ट से संबंधित समस्याएं हैं, वही अंदर आएं। यहां तक कि भीड़ के कारण चेयरमैन के कमरे में बैठे नगर निगम के डिप्टी मेयर मास्टर हरमंदर सिंह भी बाहर आ गए, जबकि ट्रस्ट के लोगों की समस्याएं सुनने के लिए वित्तमंत्री अंदर कमरे में बैठे रहे। बाहर अपने अन्य काम करवाने के लिए आए लोगों से सीनियर कांग्रेसी नेता जयजीत सिंह जोहल द्वारा मुलाकात की गई और समस्याओं का हल करने का भरोसा दिया गया। यहां जिला योजना बोर्ड के चेयरमैन राजन गर्ग, नगर निगम के सीनियर डिप्टी मेयर अशोक प्रधान भी मौके पर मौजूद रहे।

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