खरीद केंद्रों में बारदाने की कमी, बारिश से गेहूं भीगा

जिला मुख्य स्थित मुख्य यार्ड के विपरीत देहात के अधिकतर खरीद केंद्रों पर बारदाने की बड़ी कमी गेहूं की खरीद पर भारी पड़ रही है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 20 Apr 2021 07:00 PM (IST) Updated:Tue, 20 Apr 2021 07:00 PM (IST)
खरीद केंद्रों में बारदाने की कमी, बारिश से गेहूं भीगा
खरीद केंद्रों में बारदाने की कमी, बारिश से गेहूं भीगा

सुभाष चंद्र, बठिडा : जिला मुख्य स्थित मुख्य यार्ड के विपरीत देहात के अधिकतर खरीद केंद्रों पर बारदाने की बड़ी कमी गेहूं की खरीद पर भारी पड़ रही है। मौड़ मंडी और आसपास के गांवों के खरीद केंद्रों पर किसान पिछले एक-एक सप्ताह से लेकर दस दिनों से मंडियों में डेरा डाले हुए बैठे हैं। लेकिन बारदाने की कमी के कारण खरीद प्रक्रिया लगभग सुस्त पड़ी हुई जिसके चलते बीते सोमवार को मौड़ मंडी में तो क्षेत्र के किसान मार्केट कमेटी के दफ्तर का घेराव करके राज्य सरकार और जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की कर चुके हैं। इसके अलावा इस दौरान उन्होंने मार्केट कमेटी के कर्मियों का घेराव भी कर लिया था। बारदाने की कमी तो खरीद पर भारी पड़ रही ही रही है, अब किसानों को मौसम की चिता भी सताने लगी है। मंगलवार को काफी देर तक होती रही हलकी-हलकी बारिश से मंडियों में गेहूं भी भीग गया है।

बठिडा की अनाज मंडी में बेशक तिरपालें डाली हुई थी, लेकिन हवा के साथ उड़ने से बारिश से गेहूं भीग गया। निचले स्थानों किसान अपने गेहूं के बारिश से बचाते हुए नजर आए। लेकिन इसके बावजूद बारिश बिकने के इंतजार में पड़ा काफी गेहूं भीग गया। बारदाना की कमी के कारण नहीं हो रही खरीद

भारतीय किसान यूनियन (एकता उग्राहां) के नेता जसवीर सिंह सेमा ने बताया कि उसका गेहूं बीती 12 अप्रैल का मंडी में उतारा हुआ है। मंगलवार आज 20 अप्रैल हो गई है। लेकिन अभी तक खरीद नहीं हुई है। इसका मुख्य कारण मंडी में बारदाना न होना है। मामूली बारदाना पहुंचता है जिससे एक-दो किसानों का माल ही तुल पाता है। हालांकि मंगलवार को आढ़ती के पास 1500 बोरी बारदाना आया है। लेकिन उसमें दो-तीन घरों का माल ही तुल पाएगा। उसकी बारी फिर नहीं आएगी। उसने यह भी बताया कि चार दिनों से कोई इंस्पेक्टर भी नहीं आ रहा है। इंस्पेक्टरों को डर है कि कहीं किसान उनका घेराव न कर लें। 11 अप्रैल से मंडी में बैठा हुआ है बलविदर सिंह

इसी गांव के बलविदर सिंह तो बीती 11 अप्रैल से गेहूं लेकर मंडी में बैठे हैं। लेकिन अभी तक बोली नहीं लगी है। उसने भी बताया कि उसके आढ़ती के पास बारदाना ही नहीं है। भाकियू नेता जसवीर सिंह ने कहा कि यह स्थित अकेले उसके गांव की ही नहीं है, बल्कि आसपास के गावों भाई बख्तौर, जोधपुर पाखर, रामनगर, घुम्मण कलां के अलावा मौड़ मंडी की भी है। किसानों को बेहद परेशानी का सामना करना पड़ा है। मंडी में बैठे किसानों की अभी खेतों में भी कटाई के लिए फसल खड़ी है। ऊपर से मौसम खराब हो चुका है। बेशक हलकी ही सही, लेकिन बारिश होने लगी है। आवक के मुकाबले बहुत कम आ रहा बारदाना

कच्चा आढ़ती एसोसिएशन के जिला प्रधान राजेश कुमार जैन ने कहा कि बारदाने की समस्या बनी हुई है। जिसके चलते खरीद में दिक्कत आ रही है। बारदाने की दिक्कत तो है ही, लेकिन इस बार गेहूं की फसल भी बहुत जल्दी आ गई है। जिसके कारण राज्य सरकार उस हिसाब से बारदाने का प्रबंध कर नहीं सका। अब बारदाना आ तो रहा है, लेकिन बहुत कम आ रहा है। खरीद के अनुसार ही दिया जा रहा है बारदाना

जिला खुराक एवं सप्लाई कंट्रोल जसप्रीत सिंह काहलों ने कहा कि बारदाने की कमी नहीं है। लेकिन बारदाना खरीद के अनुसार ही आढ़ती को जारी किया जा रहा है। एडवांस में किसी को बारदाना नहीं दिया जा रहा है। जितनी खरीद होती है, उसके हिसाब से बारदाना दिया जाता है।

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