केवल धालीवाल के नाटक 'मैं रो ना लवां इक्क वार' ने दर्शकों को झंजोड़ा

बठिडा के बलवंत गार्गी ओपन एयर थिएटर में लगातार जारी 15 दिवसीय नाट्यम के रंगमंच मेले के दसवें नाटक मैं रो न लवां इक्क बार पेश किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 10 Oct 2021 11:31 PM (IST) Updated:Sun, 10 Oct 2021 11:31 PM (IST)
केवल धालीवाल के नाटक 'मैं रो ना लवां इक्क वार' ने दर्शकों को झंजोड़ा
केवल धालीवाल के नाटक 'मैं रो ना लवां इक्क वार' ने दर्शकों को झंजोड़ा

संस, बठिडा : बठिडा के बलवंत गार्गी ओपन एयर थिएटर में लगातार जारी 15 दिवसीय नाट्यम के रंगमंच मेले के दसवें नाटक मैं रो न लवां इक्क बार पेश किया गया। पंजाब संगीत नाटक एकेडमी के सहयोग से वरियाम संधू की लिखी कहानी पर आधारित नामी नाटककार और निर्देशक केवल धालीवाल द्वारा तैयार करवाया गया। जिसके द्वारा समाज के गरीब और अनुसूचित वर्ग के दर्द को एक अलग अंदाज से पेश किया गया। केवल धालीवाल ने बताया कि उनके नाटक का मुख्य पात्र एक गरीब और अनुसूचित जाति के परिवार के साथ संबंध रखता है, जो मानसिक तौर पर पूरी तरह ठीक न होने के कारण खुद को फिल्मी अदाकार धर्मेंद्र का पुत्र समझने का भ्रम पाल लेता है। इसी झूठ में जिदगी जीता हुआ नाटक में संवादों के द्वारा गरीबी, जात-पात, शहीद भगत सिंह की सोच, किसानी क र्जे जैसे गंभीर मुद्दे उठाता है। नाटक मेले की दसवीं शाम के दौरान नाट्यम के प्रधान सुदर्शन गुप्ता, डायरेक्टर कीर्ति कृपाल, गुरप्रेम सिंह व नाट्यम टीम की तरफ केवल धालीवाल की लिखी और पीपलज फोरम बरगाड़ी की तरफ से प्रकाशित नाटक की किताब किस ठग ने लुटया शहर मेरा भी लोकार्पित की गई।

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