जमीन दिलाने के तीन मामलों में की 28.90 लाख की ठगी, सात पर केस

जमीन दिलाने के तीन विभिन्न मामलों में 28.90 लाख रुपये की धोखाधड़ी करने के मामले सामने आएं है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 13 Aug 2020 10:18 PM (IST) Updated:Thu, 13 Aug 2020 10:18 PM (IST)
जमीन दिलाने के तीन मामलों में की 28.90 लाख की ठगी, सात पर केस
जमीन दिलाने के तीन मामलों में की 28.90 लाख की ठगी, सात पर केस

जासं, बठिडा : जमीन दिलाने के तीन विभिन्न मामलों में 28.90 लाख रुपये की धोखाधड़ी करने के मामले सामने आएं है। बठिडा पुलिस ने पीड़ित लोगों की तरफ एसएसपी बठिडा को दी गई शिकायत की जांच पड़ताल करने के बाद सात लोगों पर ठगी करने का मामला दर्ज कर अगली कार्रवाई शुरू कर दी है।

थाना कैनाल कालोनी पुलिस को शिकायत देकर अनु अरोड़ा पत्नी राम कुमार निवासी सुभाष गली बठिडा ने बताया कि उसका परसराम नगर बठिडा में एक प्लाट है। उसने अपने प्लाट का मुख्तयारनामा साल 2019 में आरोपित रविदर कुमार निवासी सिगला कालोनी बठिडा के नाम पर करवाया था। इसका गलत फायदा उठाते हुए आरोपित ने उक्त प्लाट की रजिस्ट्री गुरमीत सिंह नामक व्यक्ति के नाम पर करवा। यही नहीं उस प्लाट को बेचकर करीब साढ़े 10 लाख रुपये की नकदी भी हड़प कर ली। पुलिस की ईओ विग ने मामले की पड़ताल करने के बाद आरोपित रविदर कुमार पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है।

वहीं दूसरे मामले में थाना नेहियांवाला पुलिस को शिकायत देकर परमजीत सिंह निवासी रामेआणा जिला फरीदकोट ने बताया कि वह बठिडा में मकान लेना चाहते थे, इसके लिए उन्होंने स्वर्णजीत सिंह से संपर्क किया। वही उसने आगे सिमरनजीत कौर निवासी पन्नीवाला जिला सिरसा, गुरतेज सिंह निवासी करीरवाला, इकबाल सिंह निवासी रामेआणा के साथ मिलकर एक मकान गोनियाना मंडी में दिखाया व उसकी रजिस्ट्री करवाने से पहले 8 लाख रुपये की राशि वसूल कर बयाना करवा लिया लेकिन मकान नहीं दिलवाया। पुलिस ने पीड़ित महिला की शिकायत पर आरोपित लोगों पर केस दर्ज कर लिया है।

उधर, थाना मौड़ पुलिस को शिकायत देकर महिला सुरिदर कौर निवासी धूरी जिला संगरूर ने बताया कि उसने आरोपित गुरचरण सिंह, जैमल सिंह निवासी गांव कोटली खुर्द मौड़ मंडी के साथ अपनी करीब 37 कनाल जमीन का सौदा किया था। आरोपितों ने उसे 10.40 लाख रुपये का चेक दे दिया। इसके आधार पर आरोपित नें मौड़ तहसील में जमीन की रजिस्ट्री करवा ली। रजिस्ट्री करवाने के कुछ दिन बाद जब वह चेक अकाउंट में लगवाने गए तो उन्हें पता चला कि उक्त लोगों ने जालसाजी के तहत पेमेंट रुकवा दी। इससे बैंक ने उक्त चेक के स्वीकार करने से मनाकर दिया। इस तरह से उक्त लोगों ने उनके साथ 10.40 लाख रुपये की ठगी की।

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