आज से डाक्टर सिविल सर्जन दफ्तर की सेवाएं करेंगे बंद
नान प्रेक्टिसिंग अलाउंस (एनपीए) कम किए जाने से नाराज सरकारी डाक्टरों की तरफ से पीसीएमएस एसोसिएशन के आह्वान पर लगातार हड़ताल की जा रही है।
जासं, बठिडा : बीती 23 जून से हड़ताल नान प्रेक्टिसिंग अलाउंस (एनपीए) कम किए जाने से नाराज सरकारी डाक्टरों की तरफ से पीसीएमएस एसोसिएशन के आह्वान पर लगातार हड़ताल की जा रही है। सेहत मंत्री बलवीर सिंह सिद्धू ने मोहाली में हुए राज्य स्तरीय धरने में शामिल होकर डाक्टरों को 30 जुलाई तक उनकी मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया था, लेकिन 31 जुलाई तक सरकार की तरफ से उनकी मांगों को पूरा करने संबंधी कोई भी नोटिफिकेशन जारी करने या फिर कोई लिखित में नहीं देने से खफा डाक्टरों ने अब आरपार की लड़ाई लड़ने का फैसला किया है। इसके तहत एसोसिएशन ने सोमवार को पूर्ण रूप से ओपीडी समेत तमाम सेहत सेवाएं बंद करने के साथ-साथ सिविल सर्जन दफ्तर का घेराव कर उसे भी बंद करने का ऐलान किया है। इसके तहत सोमवार को फिर से सिविल अस्पतालों में सभी सेहत सेवाएं ठप रहेगी और मरीजों को परेशानी झेलनी होगी। पीसीएमएस एसोसिएशन के जिला प्रधान डा. जगरूप सिंह ने कहा कि सेहत मंत्री के भरोसे पर डाक्टरों की तरफ से उन्हें एक सप्ताह का समय दिया गया था, लेकिन सेहत मंत्री भी अपने वादे पर खरा नहीं उतर पाए। एसोसिएशन की स्टेट कमेटी द्वारा लिए गए फैसले के अनुसार हड़ताल पहले जैसे ही जारी रहेगी। डाक्टरों ने चेतावनी दी है सोमवार को सिविल सर्जन आफिस की सेवाएं भी ठप कर दी जाएगी।