बठिंडा में पंजाब रोडवेज व पीआरटीसी के कच्चे मुलाजिम आज से तीन दिन की हड़ताल पर

पंजाब रोडवेज व पीआरटीसी के कच्चे मुलाजिम सोमवार से तीन दिन की हड़ताल पर रहेंगे। इस दौरान पूर्ण तौर पर बसों का चक्का जाम किया जाएगा।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 27 Jun 2021 10:45 PM (IST) Updated:Sun, 27 Jun 2021 10:45 PM (IST)
बठिंडा में पंजाब रोडवेज व पीआरटीसी के कच्चे मुलाजिम आज से तीन दिन की हड़ताल पर
बठिंडा में पंजाब रोडवेज व पीआरटीसी के कच्चे मुलाजिम आज से तीन दिन की हड़ताल पर

जागरण संवाददाता, बठिडा : पंजाब रोडवेज व पीआरटीसी के कच्चे मुलाजिम सोमवार से तीन दिन की हड़ताल पर रहेंगे। इस दौरान पूर्ण तौर पर बसों का चक्का जाम किया जाएगा। हालांकि पीआरटीसी ने पक्के मुलाजिमों से रूटीन की तरह बसें को चलाने का भरोसा दिया है। लेकिन कच्चे मुलाजिम कोई हंगामा न करें, इसको रोकने के लिए पीआरटीसी के बठिडा डिपो के अधिकारियों की ओर से एसएसपी को पत्र लिखा है। कच्चे मुलाजिमों की ओर से पक्का करने की मांग को लेकर हड़ताल की गई है। बठिडा डिपो की बात करें तो यहां पर कुल 210 ड्राइवर व 288 कंडक्टरों के अलावा 79 वर्कशाप के मुलाजिम हैं तो 24 एडवांस बुकर हैं। लेकिन इसमें विभाग के पास पक्के मुलाजिमों में सिर्फ 28 ड्राइवर, 23 कंडक्टर व 10 वर्कशाप के कर्मी हैं। जबकि 54 ड्राइवर, 74 कंडक्टर व 30 वर्कशाप कर्मी विभाग के अधीन काम कर रहे हैं। वहीं बाकी 128 ड्राइवर, 181 कंडक्टर, 39 वर्कशाप कर्मी व 24 एडवांस बुकर ठेकेदार के अधीन काम कर रहे हैं। लेकिन अब ठेकेदार के अधीन काम करने वाले सभी मुलाजिमों ने हड़ताल की चेतावनी दी है। ऐसे में देखा जाए तो बठिडा में 60 फीसद स्टाफ ठेकेदार के अधीन काम करता है, जिसके चलते बसों का संचालन काफी हद तक प्रभावित हो सकता है। हालांकि अधिकारी दावा कर रहे हैं किसी भी बस सेवा को प्रभावित नहीं होने दिया जाएगा।

दूसरी तरफ हड़ताल करने वाले कर्मचारियों ने पक्के मुलाजिमों व विभाग के अधीन काम करने वालों को भी उनको सहयोग देने की अपील की है। इसके साथ ही यह भी कहा है कि अगर वे बसों को चलाएंगे तो आगे भी उनसे ही बसों का संचालन करवाया जाए। वहीं बठिडा डिपो में कुल 190 बसें हैं। इसमें 112 बसें पीआरटीसी की अपनी हैं तो 20 सिटी बसें हैं, जिनको अब ग्रामीण रूटों के अलावा छोटे रूटों पर चलाया जा रहा है। इसके अलावा 38 बसें किलोमीटर स्कीम, 5 ग्रामीण, 7 ग्रामीण किलोमीटर स्कीम व 8 एचवीएसी बसें हैं। जिनका अब संचालन प्रभावित हो सकता है। नौकरी पेशा व महिलाओं को आएगी दिक्कत

बठिडा डिपो की सरकारी बसों में ज्यादातर सुबह व शाम के समय नौकरीपेशा लोग सफर करते हैं, जिनके पास बने होते हैं। मगर बसों की हड़ताल होने से उनको प्राइवेट बसों का सहारा लेना पड़ेगा। जबकि इनका संचालन ज्यादा नहीं है। वहीं दिन भर बसों में फ्री सफर करने वाली महिलाओं को भी अब प्राइवेट बसों से ही जाना पड़ेगा। पीआरटीसी के बठिडा डिपो की हर रोज की आमदन भी 20 लाख रुपये के करीब है, जिसके भी प्रभावित होने का अनुमान है।

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हम सरकार से लंबे समय से कच्चे मुलाजिमों को पक्का करने की मांग कर रहे हैं। लेकिन हर बार अनदेखा किया गया है। जिसके चलते उनके द्वारा हड़ताल की जाएगी।

-गुरसिकंदर सिंह, प्रधान, मुलाजिम यूनियन

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कच्चे मुलाजिमों द्वारा जो हड़ताल की जा रही है वो गैर कानूनी है। इसके लिए ड्राइवरों व कंडक्टरों पर कार्रवाई भी की जाएगी। जबकि उनके द्वारा तो हड़ताल की ही जाएगी, लेकिन पक्के मुलाजिमों से बसों का संचालन करवाया जाएगा। अगर इनको किसी ने रोकने के कोशिश की तो उसके लिए पुलिस का सहयोग लिया जाएगा। इसको लेकर एसएसपी को पत्र भी लिखा गया है।

-रमन शर्मा, जीएम, पीआरटी, बठिडा डिपो।

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