आज से स्कूलों में लौटेगी बच्चों की रौनक

करीब पांच माह बाद सोमवार से सरकारी स्कूलों के क्लास रूम में बैठकर पढ़ाई करते दिखाई देंगे।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 01 Aug 2021 10:52 PM (IST) Updated:Sun, 01 Aug 2021 11:59 PM (IST)
आज से स्कूलों में लौटेगी बच्चों की रौनक
आज से स्कूलों में लौटेगी बच्चों की रौनक

संस, बठिडा :

करीब पांच माह बाद सोमवार से सरकारी स्कूलों के क्लास रूम में बैठकर पढ़ाई करते दिखाई देंगे। पंजाब सरकार ने सोमवार से पहली से लेकर दसवीं तक सभी कक्षाओं के लिए स्कूल खोलने की मंजूरी दे दी है। जिसे लेकर सरकारी स्कूलों में तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। कक्षाओं को भी सैनिटाइज कर दिया गया है। वहीं निजी स्कूलों में बच्चों को बुलाने के लिए अभिभावकों से कंसेंट लेटर मांगा जा रहा है। इसके बाद दो या तीन दिनों में स्कूल खोल दिए जाएंगे। सरकार की गाइडलाइन मुताबिक निजी और सरकारी स्कूलों का टीचिग-नान टीचिग स्टाफ 100 प्रतिशत वैक्सीनेटेड नहीं है। स्कूलों के 60 प्रतिशत भी टीचिग-नान टीचिग स्टाफ ने ही वैक्सीन लगवाई है, जबकि इनमें से भी कई लोगों को एक ही डोज लगी है।

शिक्षा विभाग की गंभीरता तो इस बात से उजागर होती है कि अभी भी स्कूल स्टाफ वैक्सीन लगवाने में दिलचस्पी नहीं ले रहा। जिला शिक्षाधिकारी के पास तो वैक्सीन की पहली अथवा दूसरी डोज लगवाने वाले जिले के स्कूलों के स्टाफ का रिकार्ड तक उपलब्ध नहीं है। निजी स्कूल प्रबंधकों का कहना है कि एक डोज तो करीब 90 प्रतिशत स्टाफ को लगी है, लेकिन वैक्सीन की कमी के कारण दूसरी डोज लग नहीं पाई है।

अभिभावकों की होगी अपने बच्चे की जिम्मेदारी

इसके अलावा स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे की जिम्मेदारी अभिभावकों की होगी। सरकारी स्कूलों अभिभावकों से टीचर मिलनी के दौरान दस्तखत करवाएंगे। वहीं निजी स्कूल इसका कंसेंट लेटर ले रहे हैं। अभिभावक यह लिखित कबूल करेंगे कि वे और उनका बच्चा कोविड 19 की हिदायतों से वाकिफ है। स्कूल खोलने पर तमाम सावधानियों को ध्यान में रखते हुए स्कूल भेजने को सहमत हैं। कोरोना से संबंधित किसी भी समस्या के लिए वो खुद जिम्मेदार होंगे। अगर कोई बच्चा कोविड पाजिटिव पाया जाता है तो इसकी जिम्मेदारी भी अभिभावकों की होगी।

शारीरिक दूरी का पालन करवाना बड़ी चुनौती

जिले में करीब 398 सरकारी प्राइमरी स्कूल है। वहीं 276 सीनियर सेकेंडरी स्कूल है। पहली से नौवीं तक सभी कक्षाओं के लिए स्कूल खोल दिए गए हैं। जबकि दसवीं से प्लस टू तक की कक्षाएं पहले ही खोली जा चुकी हैं। अब सरकारी स्कूलों में बच्चों की संख्या बढ़ गई है। ऐसे में बच्चों को शारीरिक दूरी के नियमों का पालन करवाना स्कूल प्रबंधकों के लिए बड़ी चुनौती साबित हो रहा है।

सभी स्कूलों को सैनिटाइज करवा दिया गया है

सरकारी स्कूलों को दो दिन पहले सैनिटाइज करवा दिया गया है। बच्चों को भी हिदायतें जारी कर दी गई है, कि वे बिना मास्क व सैनिटाइजर स्कूल में न आएं। बच्चों के लिए सैनिटाइजर व मास्क भी मांगवा दिए गए हैं।

बलजीत सिंह संदोहा, डिप्टी डीईओ, प्राइमरी

अभी अभिभावकों से स्कूलों द्वारा कंसेंट लेटर मांगा जा रहा है। जैसे ही अभिभावक उनपर साइन कर दिए जाएंगे। वैसे ही स्कूलों को खोल दिया जाएगा। इसके अलावा बच्चों को ट्रांसपोर्ट का प्रबंध भी किया जा रहा है।

विनोद खुराना, प्रधान प्राइवेट अनएडेड स्कूल एसोसिएशन

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