आलम बस्ती में गिरी घर की छत, तीन बच्चों सहित चार जख्मी
आलम बस्ती में शनिवार शाम एक घर की छत गिरने के कारण तीन बचों समेत चार लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गए।
जागरण संवाददाता, बठिडा: आलम बस्ती में शनिवार शाम एक घर की छत गिरने के कारण तीन बच्चों समेत चार लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गए। छत के गिरने पर चीख चिल्लाहट के बाद आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और उन्होंने मलबे से तीनों बालकों और एक व्यक्ति को बाहर निकाला। सहारा जनसेवा की टीम ने एंबुलेंस के जरिए चारों को इलाज के लिए सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया।
घर की मालिक काली ने बताया कि उसका जमाई संजू कालका से तथा 15 वर्षीय दोहती भारती पटियाला से मिलने के लिए उसके पास आए हुए थे। भारती, उसका पोता 10 वर्षीय रणवीर सिंह व 12 वर्षीय लखन कमरे में खेल रहे थे। उसका जमाई संजू भी वहीं पर बैठा हुआ था। इस दौरान ही अचानक कमरे की छत पर गिर गई, जिसमें चारों लोग मलबे के नीचे दब गए। काली ने बताया कि उनके मकान की हालत बहुत ज्यादा खस्ता थी, जिसको लेकर उसने नगर निगम के अधिकारियों के अलावा कांग्रेस नेताओं से भी मदद की मांग की थी, परंतु अह तक कोई सुनवाई नहीं हुई थी। उसने शहर के समाजसेवी संगठनों तथा दानी सज्जनों से घायलों के इलाज के लिए मदद की अपील की है। न्यू ढड़ाल नहर में पानी न आने से किसान परेशान क्षेत्र के 18 गांवों के किसानों को सिचाई के लिए पानी उपलब्ध करवाने वाली न्यू ढड़ाल नहर में पानी न आने से किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। किसान मंहगे दाम का डीजल फूंककर अपनी फसल की सिचाई कर रहे हैं।
किसान लाल चंद सरदूलगढ़, मंगत राम करंडी, केवल सिंह रोड़की व महिदर सिंह ने कहा कि घग्गर दरिया के पार के 18 गांवों के किसान न्यू ढड़ाल नहर पर निर्भर हैं, लेकिन इस नहर में 15 दिन पानी बंद रखा जाता है और आठ दिन पानी छोड़ा जाता है। अगर पानी छोड़ा जाता है तो नहर टूट जाती है। पानी कम छोड़ा जाता है तो टेल के खेतों तक पहुंच नही पाता। किसानों ने कहा कि नहर के कई बार टूट जाने से किसानों को काफी नुकसान झेलना पड़ा है। उन्होंने पंजाब सरकार से मांग करते कहा कि इस नहर को नए सिरे से बनाया जाए ताकि किसानों को मुश्किल का सामना न करना पडे़। इस संबंध में नहर विभाग के जेई अमन कुमार ने कहा कि इस नहर को बने 40 साल से ऊपर हो गए हैं । इस को नए सिरे से बनाने के लिए उच्चाधिकारियों को प्रोपोजल भेजा गया है।