किसानों ने शाम पांच बजे खोला गेट, कर्मियों से बोले- अब आपकी छुट्टिंया शुरू
मिनी सचिवालय के सभी गेट बंद कर धरने पर बैठे किसानों ने शाम पांच बजे जब 15 मिनट के लिए गेट खोले और कर्मचारियों को घर जाने के लिए कहा।
जासं, बठिंडा: मिनी सचिवालय के सभी गेट बंद कर धरने पर बैठे किसानों ने शाम पांच बजे जब 15 मिनट के लिए गेट खोले और कर्मचारियों को घर जाने के लिए कहा। मुलाजिम भी लगातार किसानों से गेट खोलने की गुहार लगा रहे थे। इस दौरान किसानों ने जब गेट खोला तो मुलाजिमों से कहा कि कल मत आना, अब आपकी छुट्टियां शुरू हो गई हैं। उनका धरना पक्के तौर पर जारी रहेगा। दूसरी तरफ किसानों के धरने के कारण मिनी सचिवालय के विभिन्न दफ्तरों में होने वाले सभी प्रकार के काम बंद हो जाएंगे।
इससे पहले गुलाबी सुंडी के कारण खराब हुई नरमे की फसल का मुआवजा ने मिलने से भड़के किसानों ने सोमवार को बठिडा में पक्के तौर पर राज्य स्तरीय धरना लगा दिया। किसानों ने मिनी सचिवालय के सभी गेटों को बंद कर अधिकारियों व कर्मचारियों को अंदर ही नजरबंद कर दिया। साथ ही वाल्मीकि चौक में धरना लगाकर सड़क जाम दी, जिस कारण दिन भर शहर के लोग ट्रैफिक की समस्या से जूझते रहे। किसानों ने सिविल स्टेशन के एरिया को पूरी तरह से बंद कर दिया है।
किसानों ने पहले ही ऐलान कर दिया था कि मुआवजे के लिए 25 अक्टूबर से बठिडा में पक्के तौर पर धरना लगाया जाएगा। इस दौरान किसानों और पुलिस के बीच बहस भी हुई। हालांकि पुलिस को अनुमान था कि किसान पार्क में बैठकर शांतिपूर्ण प्रदर्शन करेंगे. लेकिन जब किसानों ने मिनी सचिवालय के सभी गेट बंद कर दिए तो पूरे शहर की पुलिस धरनास्थल पर तैनात कर दी गई। किसानों के धरने के कारण मानसा व डबवाली की तरफ से आई बसों को भी पीछे ही रोक दिया गया, जिसके चलते सवारियों को एक किलोमीटर तक पैदल चलने के लिए मजबूर होना पड़ा। वहीं बीबीवाला रोड पर आइसीआइसी चौक में पुलिस ने फौजी चौक की तरफ जाने वाली रोड को बंद कर दिया। इसके अलावा बस स्टैंड से निकलने वाली बसें सिविल स्टेशन, सिविल लाइन, पावर हाऊस रोड, 100 फीट रोड के एरिया से निकलीं। वहीं शहर के लोग भागू रोड की गलियों में ट्रैफिक से जूझते रहे। दूसरी तरफ दोपहर के समय स्कूलों में बच्चों को छुट्टी होने के कारण उनको भी परेशान होना पड़ा।